रेवाड़ी लिव इन पार्टनर मर्डर केस जांच अधिकारी लाइन हाजिर:DSP हैडक्वार्टर करेंगे जांच, एक ही कमरे से दूसरा शव 15 दिन बाद बरामद

by Carbonmedia
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हरियाणा के रेवाड़ी में लिव इन पार्टनर मर्डर और सुसाइड केस में जांच अधिकारी SI सुनील को लाइन हाजिर कर दिया गया है। वहीं लापरवाही मामले की जांच DSP हैडक्वार्टर रविंद्र कुमार करेंगे। जांच अधिकारी SI सुनील ने एक ही कमरे से दूसरा शव 15 दिन बाद बरामद किया था। रेवाडी के धारूहेड़ा सेक्टर-6 में रहने वाले ओटी असिस्टेंट ने लिव इन पार्टनर की हत्या कर शव बेड में छिपा दिया। इसके बाद उसी बेड के ऊपर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। युवक की सुसाइड का 6 जून को बदबू आने पर चला। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस युवक की लाश ले गई, लेकिन उसके पैरों के नीचे ही बेड में पड़ी लिव इन पार्टनर की लाश नहीं देख पाई। जब युवक का पिता 19 जून को बेड लेने आया और भारी होने पर सामान निकालने के लिए उसे खोला तो अंदर महिला का हाथ दिखा। इसके बाद लाश बरामद हुई। यह महिला करनाल के बकरा मार्केट, सदर बाजार की रहने वाली थी। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है। युवक ने पहले लव मैरिज की थी, लेकिन झगड़े के बाद पत्नी छोड़कर चली गई। वहीं, उसने लिव इन पार्टनर की हत्या से पहले इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट की थी, जिसमें उसने लिखा- यह कलयुग है महोदय, यहां कर्म काले और स्टेटस भगवान वाले होते हैं। इसी दिन उसने अपने बेटे के साथ भी एक वीडियो पोस्ट किया था। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। सिलसिलेवार ढंग से मर्डर और सुसाइड की पूरी कहानी.. युवक ने लव मैरिज की, झगड़े के बाद पत्नी छोड़ गई पुलिस की जांच के मुताबिक सुसाइड करने वाला योगेश पलवल के नांगल ब्राह्मण का रहने वाला है। उसने 2017 में UP के अयोध्या की रहने वाली युवती के साथ लव मैरिज की थी। उस वक्त वह फरीदाबाद में जॉब करता था। शादी के बाद उसके 2 बच्चे हुए। जिनमें बड़ी बेटी 6 साल और बेटा 10 माह का है। हालांकि इसके बाद उसका पत्नी से झगड़ा हो गया। जिसके बाद पत्नी उसे छोड़कर बच्चों समेत मायके चली गई। करनाल की महिला से संबंध बने, लिव इन में रहने लगा पुलिस के मुताबिक पत्नी के मायके जाने के बाद योगेश रेवाड़ी आ गया। इसी दौरान उसकी करनाल की महिला से जान-पहचान हो गई। दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। इसी दौरान योगेश को धारूहेड़ा की आशियाना सोसाइटी के अस्पताल में ओटी असिस्टेंट की नौकरी मिल गई। डेढ़ साल रेवाड़ी रहने के बाद योगेश इसी साल मार्च महीने में होली के दिन धारुहेड़ा के सेक्टर 6 स्थित 3 मंजिला बिल्डिंग में किराए के कमरे में शिफ्ट हो गया। इस दौरान महिला भी 3 बच्चों के साथ उसके साथ लिव इन में रहने लगी। महिला ने तीनों बच्चे बहन के पास छोड़ दिए पुलिस के मुताबिक स्कूल में गर्मी की छुट्टियां हुईं तो महिला ने अपने तीनों बच्चों को बहन के पास छोड़ दिया। इसके बाद घर में योगेश और लिव इन पार्टनर योगेश ही रह गए। हालांकि वह कमरे से बाहर सिर्फ काम के लिए ही निकलते थे। इस दौरान उनका पड़ोसियों से भी कोई ज्यादा मेल मिलाप नहीं था। इस दौरान उनके आने-जाने को लेकर कोई ज्यादा ध्यान नहीं देता था। 4 दिन कोई घर से बाहर नहीं निकला, 6 जून को सुसाइड का पता चला पुलिस के मुताबिक 2 जून से योगेश की बाइक घर के बाहर खड़ी थी। उनके घर से कोई बाहर नहीं निकला। हालांकि उनकी किसी से ज्यादा बोलचाल नहीं थी, इसलिए किसी ने उनके कमरे में जाकर भी नहीं देखा। 6 जून को इलाके में बदबू आने लगी। पड़ोसी पता करने लगे तो स्पष्ट हुआ कि यह बदबू योगेश के कमरे से आ रही है। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। 6 जून को जब पुलिस योगेश के घर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने घर के मालिक को बुलाया। इसके बाद दरवाजे को तोड़ा गया। जिसके बाद पुलिस अंदर गई तो योगेश कमरे में पंखे पर लगाए फंदे से लटक रहा था। उसके पैरों के नीचे बेड था। पुलिस ने उसके शव को नीचे उतरवाया और उसके बाद पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। रेवाड़ी के धारूहेड़ा का वह मकान, जहां महिला और युवक रहते थे। पुलिस शव उतरवाकर ले गई, बेड खोलकर नहीं देखा पुलिस ने रूटीन कार्रवाई की तरह शव और कमरे की जांच की। इस दौरान कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। इसके बाद पुलिस वहां से लौट गई। इस दौरान पुलिस ने बेड को नहीं खंगाला। वहीं अपनी कार्रवाई के बाद पुलिस ने कमरे को ताला लगा दिया लेकिन चाबी मकान मालिक को दे गए। परिवार ने तब योगेश के आत्महत्या करने की वजह मानसिक परेशानी और पत्नी से अनबन बताई थी। इस बिल्डिंग में और भी किराएदार रहते थे। उन्हें बदबू आ रही थी लेकिन वे यह समझते रहे कि योगेश की ही लाश मिलने के बाद बदबू खत्म नहीं हो रही। मकान मालिक खुद यहां नहीं रहता था। पिता ने बेड ले जाना चाहा, भारी होने पर खोला तो अंदर हाथ दिखा हालांकि योगेश के सुसाइड के मामले में पुलिस ने कार्रवाई के बाद मकान मालिक को कमरा खोलने की छूट दे दी। इसके बाद मकान मालिक ने योगेश के पिता गिरीराज को बुलाया। गिरीराज बेटे का सामान लेने के लिए गुरुवार (19 जून) को धारुहेड़ा पहुंचे। फिर मकान मालिक के साथ जाकर उन्होंने कमरा खोला। कमरे में रखा बैड भी योगेश का था। पिता उसे लेकर जाना चाहते थे। जब उन्होंने बेड उठाने की कोशिश की तो वह काफी भारी लगा। उन्होंने समझा कि बेड के भीतर सामान होगा। जब उसे खोलकर सामान हटाने लगे तो अंदर हाथ दिखा। युवक योगेश के पिता गिरिराज ने कहा कि थाने से सुसाइड करने का मैसेज मिला था। पुलिस बुलाई तो अंदर महिला की लाश मिली यह देखकर दोनों चौंक गए। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस पहुंची तो बेड के भीतर से बदबू आ रही थी। पुलिस ने बैड खोला तो अंदर महिला की लाश पड़ी हुई थी। तब पता चला कि योगेश ने पहले अपने लिव इन पार्टनर की हत्या की। उसकी लाश को बेड में बंद कर दिया। फिर उसी बेड के ऊपर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पड़ोसी बोले- हमें लगा, महिला भी बहन के पास चली गई महिला के बारे में किसी ने कोई शक जाहिर क्यों नहीं किया, इस बारे में पुलिस ने जब पड़ोसियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि महिला के बच्चे धारूहेड़ा के गुरुकुलम स्कूल में पढ़ते थे। उसका बड़ी बेटी 5वीं और 2 बेटे चौथी व पहली क्लास में पढ़ते थे। जब महिला वहां नहीं दिखी तो हमें लगा कि बच्चों के साथ महिला भी अपनी बहन के पास चली गई होगी। इसलिए उन्होंने महिला के बारे में कुछ पता करने की कोशिश नहीं की। 6 साल पहले भी इस मकान में युवक ने किया था सुसाइड जिस मकान में महिला और युवक रहते थे, उसमें 6 साल पहले भी एक युवक ने खुद को गोली मारकर सुसाइड किया था। गोली मारने से पहले युवक ने वीडियो भी बनाया था। युवक धारूहेड़ा की एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था।

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