गुरुग्राम में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एक महिला ने अपने दुधमुंहे बच्चे को गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) के डीटीपी इन्फोर्समेंट और नगर निगम के नोडल अधिकारी आरएस बाठ के पैरों में रखकर अपनी रेहड़ी बचाने की गुहार लगाई। महिला का कहना था कि वह छोटी-सी रेहड़ी से परिवार का पेट पालती है। उसका कहना था कि यह रेहड़ी ही उसके और उसके बच्चों के जीवन का एकमात्र सहारा है। महिला की हरकत देखकर अधिकारी हक्के बक्के रह गए। जिस पर आरएस बाठ ने महिला को समझाया और कहा कि अगर कोई समस्या है तो वह बताएं, लेकिन अपनी मदद के लिए ऐसे किसी के पैरों में बच्चे रखना गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसे तो हर कोई अपने बच्चों को लेकर आ जाएगा और सड़कों पर घर बना लेगा। उन्होंने महिला से शांतिपूर्वक अपनी मजबूरी बताने को कहा और आश्वासन देते हुए कि यदि कोई वास्तविक समस्या है तो प्रशासन उसकी मदद करेगा। हालांकि आरएस बाठ ने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी, क्योंकि यह शहर के यातायात और सार्वजनिक स्थानों की व्यवस्था के लिए जरूरी है। दरअसल गुरुग्राम में आरएस बाठ के नेतृत्व में जीएमडीए और नगर निगम द्वारा सड़कों, फुटपाथों और हरी पट्टियों पर अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान जोरों पर है। हाल ही में खांडसा रोड, महावीर चौक, अग्रसेन चौक और बस स्टैंड रोड पर सैकड़ों की संख्या में अवैध रेहड़ियों को हटाया गया। डीटीपी ने कहा कि हमारा उद्देश्य किसी की आजीविका छीनना नहीं, बल्कि शहर को सुव्यवस्थित करना है। जिनके पास वैध अनुमति और लाइसेंस है, उन्हें परेशान नहीं किया जाता।
रेहड़ी बचाने DTP बाठ के पैरों में रखा बच्चा:गुरुग्राम में एक मां की मार्मिक गुहार, डीटीपी बोले-ऐसे तो सभी अपने बच्चे लेकर आ जाएंगे
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