लहसुन सिर्फ हमारे खाने का टेस्ट ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह एक नेचुरल सुपरफूड भी है, जिसके कई अमेजिंग हेल्थ बेनिफिट्स हैं. पका हुआ लहसुन भी अच्छा होता है, लेकिन कच्चा लहसुन खाने से आपको और भी ज्यादा न्यूट्रीएंटस मिलते हैं. यह आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने से लेकर हार्ट हेल्थ सुधारने तक, आपकी बॉडी के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है. आइए जानते हैं, क्यों आपको अपनी डेली रूटीन में कच्चा लहसुन क्यों शामिल करना चाहिए.
इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करता है लहसुन
अगर आप बार-बार सर्दी-ज़ुकाम और इन्फेक्शन से परेशान रहते हैं, तो कच्चा लहसुन आपकी हेल्प कर सकता है. इसमें स्ट्रॉन्ग एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो आपकी बॉडी को बीमारियों से फाइट करने में हेल्प करती हैं. एक स्टडी के अकॉर्डिंग, कच्चे लहसुन में एलिसिन नाम का एक कंपाउंड होता है, जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और हार्मफुल बैक्टीरिया को दूर रखता है. दिल्ली की न्यूट्रिशन एक्सपर्ट डॉ. दीपा बंसल कहती हैं कि इसे रेगुलर खाने से सर्दी-जुकाम, फ्लू और दूसरे इन्फेक्शंस की सीवियरिटी और फ्रीक्वेंसी को कम किया जा सकता है.
हार्ट हेल्थ और ब्लड प्रेशर में फायदेमंद
हाई ब्लड प्रेशर एक साइलेंट किलर है और कच्चा लहसुन इसे कंट्रोल में रखने में हेल्प कर सकता है. स्टडीज से पता चला है कि लहसुन ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है और ब्लड सर्कुलेशन को इम्प्रूव करता है, जिससे हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है. रिसर्च बताती है कि लहसुन कार्डियोवैस्कुलर प्रॉब्लम्स को प्रिवेंट करने में इफेक्टिव हो सकता है. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को स्टेबल रखता है, जिससे ओवरऑल हार्ट हेल्थ को प्रमोट किया जा सकता है.
नेचुरली डिटॉक्स करता है बॉडी
हमारी बॉडी लगातार खाने, पॉल्यूशन और दूसरे सोर्सेस से टॉक्सिन्स के कॉन्टैक्ट में रहती है. कच्चा लहसुन हार्मफुल सब्सटेंस को बाहर निकालकर आपके लिवर को क्लीन करने में हेल्प करता है. इसमें सल्फर कंपाउंड्स भी होते हैं, जो हैवी मेटल पॉइजनिंग से प्रोटेक्ट करते हैं, जिससे लिवर और किडनी जैसे ऑर्गन्स को होने वाले डैमेज को कम किया जा सकता है.
डाइजेशन में करता है हेल्प
एक हेल्दी गट ओवरऑल हेल्थ के लिए बहुत इम्पोर्टेंट है और लहसुन डाइजेशन इम्प्रूव करने में अहम रोल प्ले करता है. यह डाइजेस्टिव एंजाइम्स के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जिससे आपकी बॉडी को खाने को ज्यादा एफिशिएंटली डाइजेस्ट करने में हेल्प मिलती है. साथ ही, इसके एंटीबैक्टीरियल गुण हार्मफुल गट बैक्टीरिया को कंट्रोल में रखते हैं और गुड बैक्टीरिया की ग्रोथ को सपोर्ट करते हैं.
कैंसर रिस्क को करता है कम
डॉ. बंसल के मुताबिक, लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से फाइट करते हैं. ये फ्री रेडिकल्स सेल डैमेज और एजिंग के लिए रिस्पॉन्सिबल होते हैं. रिसर्च बताती है कि कच्चे लहसुन का रेगुलर सेवन कुछ कैंसर, जैसे पेट और कोलोरेक्टल कैंसर, के रिस्क को कम कर सकता है. यह सेल म्यूटेशन को रोकता है और ट्यूमर की ग्रोथ को स्लो करता है.
कच्चे लहसुन का कैसे करें उपयोग
अगर कच्चे लहसुन का स्ट्रांग टेस्ट आपको पसंद नहीं, तो इन टिप्स को फॉलो करें. इसे काटकर या कुचलकर खाने से पहले 10 मिनट के लिए रख दें. इससे एलिसिन की मात्रा एक्टिव हो जाती है. तीखे टेस्ट को बैलेंस करने के लिए इसे हनी (शहद) के साथ मिक्स करें. हल्के टेस्ट के लिए इसे स्मूदी या सलाद में ऐड करें.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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