Mopping During Pregnancy: जब बच्चा पेट में होता है, तो हर मां की एक ही चाहत होती है, डिलीवरी नॉर्मल हो. ये कोई सिर्फ डर नहीं है, बल्कि एक उम्मीद है, दर्द तो हो, लेकिन वो दर्द एक स्वस्थ बच्चे की किलकारी में बदल जाए. कई बार दादी-नानी की बातें काम आती हैं, जैसे – “बेटा रोज बैठकर पोछा लगाया कर, नॉर्मल डिलीवरी होगी. पर क्या ये वाकई सच है या सिर्फ एक पुरानी आदत? आज हम इसी सवाल का सटीक जवाब ढूंढेंगे, क्या रोज बैठकर पोछा लगाना सच में नॉर्मल डिलीवरी के चांस बढ़ा सकता है? साथ ही जानेंगे ऐसे कौन से उपाय हैं जो डॉक्टर भी मानते हैं असरदार.
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कैसे मदद करता है?
बैठने और झुकने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं.
बच्चा नीचे की ओर आने लगता है, जिससे नॉर्मल डिलीवरी की संभावना बढ़ती है.
शरीर प्रसव के लिए धीरे-धीरे तैयार होता है.
योग और एक्सरसाइज
गर्भवती महिलाओं के लिए खास योगासन जैसे तितली आसन, बंधकोण आसन और स्क्वाट्स नॉर्मल डिलीवरी में बहुत कारगर माने जाते हैं. रोज 30 मिनट हल्की एक्सरसाइज न सिर्फ शरीर को फ्लेक्सिबल बनाती है, बल्कि मानसिक तनाव भी घटाती है.
संतुलित आहार
नॉर्मल डिलीवरी सिर्फ बाहरी मेहनत से नहीं, अंदरूनी पोषण से भी तय होती है. आयरन, कैल्शियम, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर डाइट लेना जरूरी है.
हरी पत्तेदार सब्जियां
दूध और दही
सूखे मेवे
नारियल पानी
फल खाना बेहद जरूरी है
नींद और आराम भी है जरूरी
मीठे में हलवा खा सकते हैं
इसके अलावा डॉक्टर से जरूर सलाह लें कि क्या खाना है और क्या नहीं
शरीर जब दिनभर मेहनत करता है तो उसे भरपूर नींद भी चाहिए। नींद पूरी न हो तो शरीर थका रहता है और प्रसव के समय कमज़ोर पड़ सकता है.
क्या सिर्फ बैठकर पोछा लगाने से नॉर्मल डिलीवरी हो सकती है? जवाब है – हां, लेकिन अकेले उससे नहीं. यह एक कारगर आदत जरूर है, लेकिन इसे बाकी उपायों के साथ जोड़ा जाए तो ही असर दिखता है. हर महिला का शरीर अलग होता है. इसलिए खुद पर दबाव डालने के बजाय समझदारी से चलना बेहतर है. डॉक्टर की सलाह, नियमित एक्सरसाइज, सही डाइट और मानसिक संतुलन, यही हैं नॉर्मल डिलीवरी की असली कुंजी.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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