रोहतक पीजीआईएमएस में वीरवार देर रात वार्ड 5 के अंदर बड़ा हादसा हो सकता था। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की लापरवाही के कारण मरीज को ऑक्सीजन सिलेंडर लगाते हुए फ्लो मीटर फटने के कारण लीक हो गया जिससे वार्ड में अफरा तफरी मच गई। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और स्टाफ नर्स वार्ड से निकल गए जबकि मरीज वहीं पर थे। बाद में ऑक्सीजन सिलेंडर को बाहर निकाला गया और उसके ऊपर दूसरा फ्लो मीटर लगाकर बंद किया गया। इस दौरान मरीज ने काफी हंगामा भी किया। पीजीआईएमएस में अनुभवी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पिछले 16 दिनों से हड़ताल पर हैं जिसके कारण ठेकेदार ने नए कर्मचारियों को काम पर लगाया हुआ है। नए कर्मचारियों को काम का अनुभव नहीं है। इसी कारण वार्ड 5 में एक मरीज को ऑक्सीजन सिलेंडर लगाते समय फ्लो मीटर फट गया और ऑक्सीजन लीक हो गई। ऑक्सीजन लीक होते ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मौके से भाग गए वहीं स्टाफ नर्स भी बाढ़ से निकल गई। वही मरीज व उनके परिजन मौके पर ही थे। बाद में ऑक्सीजन सिलेंडर को बाहर निकाला गया जिसके ऊपर फ्लो मीटर लगाकर ऑक्सीजन लीकेज को बंद किया गया। पीजीआई के वार्ड 5 में काफी देर तक मरीजों का हंगामा चलता रहा। लोग अपने मरीज को वार्ड से निकाल कर बाहर लेकर जाने लगे। तभी डॉक्टर वहां पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। इस बारे में पीजीआई के डायरेक्टर डॉ. एसके सिंघल व पीआरओ डॉ वरुण से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। ऑक्सीजन सिलेंडर फट जाता तो होता बड़ा हादसा
पीजीआईएमएस के वार्ड 5 में ऑक्सीजन सिलेंडर लीकेज के कारण अफरा तफरी मच गई थी। गनीमत रही कि ऑक्सीजन सिलेंडर फटा नहीं, अगर सिलेंडर फट जाता तो वहां बड़ा अच्छा हो सकता था क्योंकि वार्ड में काफी मरीज एडमिट थे। मरीजों के साथ उनके परिजन भी बैठे हुए थे। ऑक्सीजन सिलेंडर लीक होने के कारण लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। मरीज को आईसीयू में किया शिफ्ट
वार्ड 5 में जिस मरीज को ऑक्सीजन लगाई जा रही थी, ऑक्सीजन सिलेंडर लीक होने के बाद उसे मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। मरीज की हालत अभी ठीक बताई जा रही है। वही मरीज के परिजन अभी भी व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
रोहतक पीजीआई में ऑक्सीजन सिलेंडर लीक:मरीजों में मचा हड़कंप, मरीज को आईसीयू में किया शिफ्ट, जांच में जुटा प्रशासन
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