रोहतक के गांव पहरावर में समाजसेवी नवीन जयहिंद द्वारा 25 मई को परशुराम जयंती मनाई जा रही है, जिसे रोकने के लिए सरकार व प्रशासन की तरफ से प्रयास किया गया। कल पुलिस व निगम टीम मौके पर लग रहे टेंट उखाड़ने पहुंची, लेकिन कहासुनी के बाद वापस लौट गई। नवीन जयहिंद ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रशासन उन्हें परशुराम जयंती मनाने से रोकने का प्रयास कर रहा है, लेकिन चाहे कुछ भी हो जाए, परशुराम जयंती 25 मई को ही मनाई जाएगी। इसके लिए चाहे उन्हें कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े। कार्यक्रम करने की अनुमति के लिए प्रशासन को एक सप्ताह पहले पत्र दिया था, बावजूद इसके कार्यक्रम करने से रोका जा रहा है। पहरावर की जमीन दिलाने का श्रेय लेने की लगी होड
नवीन जयहिंद ने कहा कि पहरावर की जमीन गौड़ शिक्षण संस्था को दिलाने का श्रेय लेने की होड लगी हुई है। मंत्री अरविंद शर्मा कह रहे हैं कि पहरावर की जमीन संस्था को उन्होंने दिलाई है, वहीं कुछ कह रहे हैं कि जमीन उन्होंने दिलाई है, लेकिन गौड़ संस्था को जमीन कैसे मिली, यह जनता को पता है। भले ही श्रेय लेने के लिए कोई भी अपना दावा करता रहे। कार्यक्रम से डरी हुई सरकार
नवीन जयहिंद ने कहा कि पहरावर गांव में होने वाले कार्यक्रम को लेकर सरकार व प्रशासन डरा हुआ है। टेंट उखाड़ने पहुंची निगम टीम ने जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऊपर से आदेश है। अब आदेश किसके है, यह बताने की जरूरत नहीं। चाहे कुछ भी हो जाए, परशुराम जयंती निर्धारित तारीख व समय पर ही मनाई जाएगी। सभी को दिया कार्यक्रम का न्योता
नवीन जयहिंद ने कहा कि 25 मई को गांव पहरावर में परशुराम जयंती कार्यक्रम का सभी को न्योता दिया गया है। इसमें कोई नेता, मंत्री, सांसद, विधायक के साथ आम जनता शामिल है। कोई भी व्यक्ति भगवान परशुराम जयंती कार्यक्रम में भाग ले सकता है। कार्यक्रम में भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।
रोहतक में परशुराम जयंती मनाने से रोक रही सरकार:सरकार डरी हुई, टेंट उखाड़ने पहुंची पुलिस, बहस के बाद वापस लौटी
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