रोहतक के अनेक गांवों में बरसात के कारण जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। बरसाती पानी की निकासी न होने के कारण खेतों में कई फुट तक पानी भर गया है, जिसके कारण धान की फसल जलमग्न हो गई। अखिल भारतीय किसान सभा ने प्रशासन से मांग की कि किसानों के फसल खराबे की गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाए। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला सचिव बलवान सिंह खरक ने बताया कि इस सीजन में ज्यादा बारिश होने से दर्जनों गांव प्रभावित हुए है। हजारों एकड़ फसलों में नुकसान है। खेतों में पानी भरने से गन्ना, कपास, ज्वार, बाजरा पूरी तरह खत्म होने के कगार पर है। जहां किसानों ने धान की रोपाई की और इस पर लगभग 8 से 10 हजार खर्च कर चुके थे, वो पानी में डूबने से खत्म हो गई है। पानी निकासी ना होने से धान की फसल नहीं हो पाएगी । किसानों पर अगली फसल लेने का छाया संकट
बलवान सिंह खरक ने बताया कि जलभराव ज्यादा होने से किसान इस सीजन की फसल नहीं ले पाएंगे और अगली फसल पर भी संकट छाया हुआ है। प्रभावित गांवों के किसान भारी आर्थिक नुकसान झेलने को मजबूर है। प्रशासन ने किसानों को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा। ऐसे में किसानों के अंदर रोष बढ़ रहा है। पानी निकासी का प्रबंध करे प्रशासन
किसान सभा के जिला प्रधान प्रीत सिंह ने सरकार व प्रशासन से मांग की कि पानी निकासी के प्रबंधों को तेज किया जाए, पर्याप्त मोटर, पंप सेट, 24 घंटे बिजली का प्रबंध करे, मैकेनिकल, सिंचाई विभाग, बिजली विभाग तालमेल करके पानी निकासी का प्रबंध तेज करे, ताकि पानी की निकासी हो सके। जलभराव से जहां खेती में नुकसान हुआ, उसकी भरपाई के लिए स्पेशल गिरदावरी करवाई जाए और किसानों को मुआवजा दिया जाए।
रोहतक में बरसात के कारण खेतों में हुआ जलभराव:धान की फसल हुई जलमग्न, अगली फसल की बिजाई पर छाया संकट
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