रोहतक में लब्धि जैन के साध्वी बनने की यात्रा में अब कुछ घंटे ही शेष रह गए है। लब्धि के बान की रस्म तेल उतारने के साथ ही पूरी हो गई है, जबकि हाथों में मेहंदी लगाकर शादी की रस्मों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस दौरान शादी के मंगल गीत भी गाए जाएंगे। जैन साध्वी बनने से पहले बान की रस्म को पूरा करने के लिए लब्धि जैन का धर्म के पिता बने विवेक जैन के घर आगमन करवाया गया। इसके बाद नाचते गाते हुए लब्धि जैन पर 28 मई को चढ़ाया गया तेल उतारा गया। इस दौरान महिलाओं ने जमकर डांस किया और मंगल गीत गाए। तेल उतारने के साथ बान की रस्म हुई खत्म
लब्धि जैन ने साध्वी बनने की तरफ एक कदम ओर बढ़ा लिया है। आज तेल उतारने की रस्म के साथ ही बान की रस्म भी खत्म हो गई है। जैसे शादी से पहले एक दुल्हन का तेल उतारने के बाद उसकी मेहंदी होती है और खुशियां मनाई जाती है, वैसे ही लब्धि का तेल उतरने के बाद अब मेहंदी की रस्म में जमकर रंग जमने वाला है। लब्धि की बुआ, मां, भाभी व धर्म की मां ने उतारा तेल
लब्धि जैन के तेल उतारने की रस्म धर्म के पिता बने विवेक जैन के घर हुई, जिसमें लब्धि की मां सेंजल ने सबसे पहले तेल उतारा। उसके बाद लब्धि की मामी, बुआ व भाभी ने तेल उतारकर रस्म को पूरा किया। आखिर में लब्धि की धर्म की मां ने तेल उतारकर बान की रस्म को पूरा किया। अब हाथों में लगेगी मेहंदी
लब्धि जैन के हाथों में अब मेहंदी लगने वाली है। शाम को एक कार्यक्रम के दौरान लब्धि को दुल्हन की तरह की सजाकर मेहंदी लगाई जाएगी। इस दौरान जैन स्थानक में भव्य कार्यक्रम किया जाएगा, जिसमें नाचना गाना भी रहेगा। वहीं, शादी विवाह के सभी मंगल गीत भी गाए जाएंगे। कल सुबह निकलेगी रथ यात्रा, दोपहर को होगा दीक्षा मंत्र
लब्धि जैन के कल सुबह 6 बजे से साध्वी बनने के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। इसमें सबसे पहले भाई को अंतिम बार राखी बांधी जाएगी। उसके बाद रथ यात्रा निकालते हुए दीक्षा स्थल तक पहुंचेंगे और वहां जैन संत व आचार्य दीक्षा मंत्र देकर लब्धि को जैन साध्वी बनाएंगे।
रोहतक में लब्धि के साध्वी बनने में कुछ घंटे शेष:आज उतारा गया तेल, हाथों में लगेगी मेहंदी, शाम को महिला संगीत
8