रोहतक में साइबर ठगी करने के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को मध्य प्रदेश से काबू किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी में प्रयोग सामान को बरामद किया। साइबर थाना पुलिस ने मामले में आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि ठगी के अन्य मामलों को खुलासा किया जा सके। साइबर थाना एसएचओ कुलदीप सिंह ने कहा कि 26 मई 2025 को खैराती लाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया कि एक मयंक नामक व्यक्ति ने विदेश में बैठा उसका भतीजा बनकर कॉल किया और कहा कि वह उसके अकाउंट में रुपए भेज रहा है, जिसकी नकली रसीद भी भेजी गई। करीब 6 लाख रुपए आरोपी ने भेजने की बात कही। शिकायतकर्ता खैराती लाल ने बताया कि उसके बाद एक कॉल आई, जिसने खुद को बैंक अधिकारी बताया और कहा कि उसके खाते में 6 लाख रुपए आए हुए हैं, जो 24 घंटे में क्रेडिट हो जाएंगे। वहीं तीसरे व्यक्ति ने कॉल किया, जिसने कहा कि मयंक ने नंबर दिया है और उसे डेढ लाख की जरूरत है। मयंक ने उनके खाते में 6 लाख रुपए डाले है। इसके बाद उसने डेढ़ लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। मध्य प्रदेश से पकड़े 3 आरोपी
एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि मामले में हेड कॉन्स्टेबल जयप्रकाश ने जांच करते हुए साइबर ठगी में शामिल 3 आरोपियों को मध्य प्रदेश से काबू किया। आरोपियों के कुछ अन्य साथी भी है, जिनकी तलाश की जा रही है। कुछ नाम सामने आए है, उनकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है। आरोपियों से ये बरामद किया सामान
एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के आरोपियों से 56 एटीएम कार्ड, 15 पासबुक व चैक बुक, 7 सिम कार्ड, 6 मोबाइल फोन बरामद किए है। इसके साथ ही आरोपियों के बैंक खातों से पता चला कि 10 शिकायत ठगी की दर्ज हो रखी है, जिसमें खाता नंबर का जिक्र कर रखा है।
रोहतक में साइबर ठगी के 3 आरोपी काबू:विदेश में बैठा परिजन बनकर लोगों को बनाया शिकार, 56 एटीएम पकड़े
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