Lucknow News: ईरान और इज़राइल के बीच जारी युद्ध के बीच भारत के कई नागरिक भी ईरान में फंसे हुए हैं. इन्हीं में लखनऊ के आरिफ जैदी के दो परिजन भी शामिल हैं, जो जियारत पर ईरान गए थे. आरिफ जैदी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में बताया कि उनके परिवार के दो सदस्य पिछले महीने 26 तारीख को ईरान रवाना हुए थे और इस महीने 18 तारीख को लौटने वाले थे, लेकिन युद्ध शुरू होने के कारण वहां फंस गए हैं.
आरिफ जैदी ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग लखनऊ से ईरान गए हैं. वहां हालात सामान्य नहीं हैं, उन्होंने कहा जैसे यूक्रेन संकट के समय भारतीयों को एयरलिफ्ट कर लाया गया था. वैसे ही अब ईरान से भी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाया जाए. इस बातचीत के दौरान आरिफ जैदी के भाई उर्फी जो इस वक्त ईरान में मौजूद हैं की वीडियो कॉल भी आई, जो उस समय कोम शहर में थे और अब मशहद जा रहे हैं. उर्फी ने बताया कि उनके साथ 28 लोग हैं, उन्होंने कहा कि जंग चल रही है तो घबराहट तो है पर फिलहाल हम सुरक्षित हैं और सरकार हमारी मदद कर रही है.
उन्होंने बताया कि फ्लाइंग जोन बंद होने के कारण दिक्कत हो रही है. जैसे ही एयर स्पेस खुलेगा हालात आसान हो जाएंगे. अभी हम मशहद जा रहे हैं, वहां से दो-चार दिन में स्थिति सामान्य होने पर हमें कजाकिस्तान ले जाया जाएगा. आगे का रास्ता वहीं से तय होगा. उर्फी ने कहा कि भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है और उसी के माध्यम से ट्रांजिट की प्रक्रिया चल रही है.
लखनऊ में रह रहे परिजनों का कहना है कि विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर ठीक से संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिजन ने बताया कि हालांकि जितनी पैनिक की स्थिति भारतीय मीडिया में दिखाई जा रही है, असल में उतना डर वहां नहीं है. हां हमला हुआ है, नुकसान भी हुआ है लेकिन अन्य बातें फिलहाल सच्चाई से दूर लगती हैं. उन्होंने कहा कि जो वहां फंसे हैं उनके लिए चिंता तो है ही, हम परिजन भी बेहद परेशान हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से हमारी अपील है कि जल्द से जल्द हमारे परिजनों को सकुशल भारत लाया जाए.
लखनऊ: ईरान में फंसे भारतीयों की घर वापसी की गुहार, परिजनों ने प्रधानमंत्री से मांगी मदद
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