लखनऊ में आकाशदीप बोले- गंभीर-कोहली गाइड करते हैं:खुद के लिए नहीं, टीम के लिए खेलता हूं; बहन से राखी बंधवाना बेस्ट फीलिंग

by Carbonmedia
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‘बहन से राखी बंधवाना बेस्ट फीलिंग है। भाई-बहन का रिश्ता ऐसा है कि कुछ बात नहीं होती, सिर्फ बदमाशी होती है। जब से प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहा हूं, तब से लखनऊ आने का मौका नहीं मिला था। लेकिन, इस बार मैंने पूरी तैयारी की थी। रक्षाबंधन के मौके पर परिवार से मिलना काफी सुखद और अच्छा है।’ यह कहना है भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज आकाशदीप का। वह रक्षाबंधन के मौके पर अपनी कैंसर पीड़ित बहन अखंड ज्योति के लखनऊ स्थित घर पहुंचे। यहां भाई-बहनों ने रक्षाबंधन मनाने के साथ खूब मस्ती भी की। इससे पहले उन्होंने इस खास मौके को फॉर्च्यूनर खरीदकर और खास बना दिया था। बता दें कि आकाशदीप ने इंग्लैंड दौरे के शानदार प्रदर्शन को अपनी कैंसर पीड़ित बहन को डेडिकेट किया था। आकाशदीप ने 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ रांची टेस्ट में डेब्यू किया था। उसी मैच में 3 टॉप-ऑर्डर बल्लेबाजों को आउट कर सनसनी मचा दी थी। वहीं, इस साल एजबेस्टन टेस्ट में आकाशदीप ने 10 विकेट लिए थे। इंग्लैंड में यह कारनामा 1976 के बाद किसी तेज भारतीय गेंदबाज ने किया। इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में उन्होंने नाइट वॉचमैन के रूप में 66 रन भी बनाए थे। किसी नाइट वॉच मैन द्वारा इंग्लैंड दौरे पर बनाए गए सबसे अधिक रन हैं। दैनिक भास्कर ने आकाशदीप की लखनऊ विजिट पर उनसे खास बातचीत की। पढ़िए इंटरव्यू के प्रमुख अंश…। पहले देखिए आकाशदीप 3 तस्वीरें… अब पढ़िए आकाशदीप से बातचीत… सवाल : आपकी क्रिकेट जर्नी कहां से शुरू हुई? जवाब : गांव में कुछ खेलने को नहीं था। बड़े जीजा नीतीश सिंह और बहन अखंड ज्योति हमको लेकर दिल्ली गए। वहीं पर प्रैक्टिस हुई। फिर वैभव मुझे बंगाल लेकर गया। उन्होंने कहा कि मुझे कई लोगों का सहयोग रहा। किसी चीज को सच्चे दिल से चाहो तो पूरी कायनात आपको आगे बढ़ाने के लिए साथ आ जाती है। हमारे 23 के कोच, रणजी के कोच, बंगाल डॉयरेक्टर और बंगाल क्रिकेट का बहुत योगदान रहा है। जो भी मिला सबने सहयोग किया है। सवाल : एजबेस्टन टेस्ट में आप ने अपना पूरा प्रदर्शन बहन को डेडिकेट कर दिया, क्यों ? जवाब : मैच शुरू होने से एक महीने पहले तक वहीं पर था। मैं, यही सोच कर खुद को मोटिवेट कर रहा था कि उसके चेहरे पर खुशी देनी है। यह नहीं पता है कि कैसा परफॉर्म करना है, लेकिन यह पता है कि क्रिकेट उसी को डेडिकेट कर खेलनी है। सवाल : इंग्लैंड का दौरा महत्वपूर्ण था, टूर्नामेंट ड्रॉ रहा? जवाब : हमारी फीलिंग्स काफी अच्छी है, हम लोग भी टूर्नामेंट में 2-1 से तीन मैचों में पीछे थे। व्यक्तिगत प्रदर्शन मायने नहीं रखता है, लेकिन टीम का प्रदर्शन याद रखा था। 2011 में भारत से वर्ल्ड कप जीता है, लेकिन उस मैच में श्रीलंका के किस खिलाड़ी ने कितना रन बनाया। यह किसी ने याद नहीं रखा। माहेला जयवर्धने ने सेंचुरी मारी थी। टीम जीतती है, यही मायने रखता है। मैं खुश हूं कि हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। सवाल : इंग्लैंड के खिलाफ आप नाइट वाच मैन के रूप में बैटिंग करने उतरे? इसे कैसे देखते हैं? जवाब : यह मैच मेरे लिए और टीम के लिए इंपॉर्टेंट था। यही करने गया था कि टीम के लिए कितनी देर रुक सकता था। मैं, यही सोच रहा था कि कितनी देर तक पार्टनरशिप कर सकता हूं। इंडिविजुअल नहीं काउंट कर रहा था। हम लोग 10-10 रन जोड़ रहे थे। जब हमारी पार्टनरशिप 90 रन पहुंची, मैंने यशस्वी जायसवाल (यशु ) से कहा कि हमें अभी और 10 रन चाहिए। जब हम 107 रन की पार्टनरशिप पर पहुंचे तो यशु से कहा 3 रन और चाहिए। सुबह के समय में नई बॉल को खेलना और दो घंटे निकालना महत्वपूर्ण था। सवाल : पांचवें टेस्ट में आकाशदीप की बैटिंग की क्लास दिखी? जवाब : हम बिल्कुल बैटिंग पर फोकस करेंगे। हम टीम का हिस्सा हैं। टीम को जिस चीज की जरूरत होगी, हमें वह करना होगा। हम अगर अच्छी बैटिंग करेंगे तो टीम और मजबूत होगी। हम उसपर काम कर रहे हैं। टीम जो भी रोल देगी हम उसमें काम करेंगे। सवाल : इंग्लैंड दौरे के आखिरी मैच में मैदान पर दिलचस्प चीजें हुईं, क्या-क्या हुआ थोड़ा बताइए? जवाब : काफी प्रेशर था। इतना इंटेंस था कि उसे शेयर करना मुश्किल था। अंदर रह कर समझ पाना ही संभव है। आप बॉलिंग कर रहे होते हैं तो कम प्रेशर होता है, लेकिन फील्डिंग के दौरान क्राउड जबरदस्त होती है। यह भी प्रेशर बनाता है, लेकिन इंग्लैंड के लोग जिस तरह से पैनिक हुए थे। यह लग रहा था कि आउट हो जाएंगे। सवाल : कोच गौतम गंभीर और कैप्टन शुभमन गिल के रोल को कैसे देखते हैं? जवाब : कोच गौतम गंभीर काफी मोटिवेट करते हैं। वह हमारा कांफिडेंस बढ़ाते हैं। यह काफी अच्छा रहता है। वह बात कर बतौर क्रिकेटर मोटिवेशन बढ़ाते हैं। यह मायने रखता है। शुभमन गिल यंग हैं। सिंपल हैं। वह दलीप ट्राफी के भी कैप्टन रहे हैं। अच्छे कप्तान हैं। हम साथ में खेले हैं। उनको काफी अच्छी नॉलेज है। चीजों को समझते हैं। सवाल : सासाराम से इंटरनेशनल क्रिकेट तक में किसी खिलाड़ी ने कोई सलाह दी? जवाब : ऐसी कोई एडवाइस नहीं दी गई है। जिसने भी बात बताई है, वह यही है कि प्रैक्टिस ही तुम्हें आगे बढ़ाएगी। तुमको कोई चीज अच्छी करनी है तो उसपर अधिक काम करो। क्योंकि बतौर क्रिकेटर स्टेबल रहना है तो आपको बेहतर करना होगा। इसके लिए हार्ड वर्क ही एक रास्ता है। सवाल : विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी से कोई बात हुई है? जवाब : विराट कोहली बताते हैं कि डाउट पर अधिक प्रैक्टिस करो। प्रैक्टिस से डाउट खत्म होगा। धोनी भाई ने कहा कि क्रिकेट के बारे में अधिक नहीं सोचना है। गेम को समझना है और उसके लिए काम करना है। इससे चीजें मजबूत होंगी। सवाल : करियर लंबा है, उसके लिए काम कैसे करेंगे? जवाब : मैं अपने जीवन में कोई चीज लंबा नहीं सोचता हूं। वर्तमान में जीता हूं, वर्तमान अच्छा करूंगा तो आगे चीजें अपने आप अच्छी होंगी। उसी को बेहतर करते हुए खुद को मजबूत बनाने के लिए आगे काम करूंगा। ———————— ये खबर भी पढ़िए… क्रिकेटर आकाशदीप ने लखनऊ में फॉर्च्यूनर खरीदी: लिखा- सपना सच हुआ; कैंसर पीड़ित बहन और परिवार के साथ खिंचवाई फोटो भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज आकाशदीप ने लखनऊ में फॉर्च्यूनर कार खरीदी। इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने के बाद वह लखनऊ पहुंचे हैं। नई गाड़ी के सेलिब्रेशन के दौरान कैंसर से जूझ रहीं उनकी बहन अखंड ज्योति सिंह और परिवार के लोग भी मौजूद रहे। (पूरी खबर पढ़िए)

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