Lucknow News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने अपने आठ साल के कार्यकाल में बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट कर दिया है. प्रदेश में बिजली की हालत इतनी खराब हो गई है कि जनता परेशान है और आए दिन कटौती से जूझ रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने न तो बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए कोई नया पावर प्लांट लगाया और न ही पारेषण की व्यवस्था को दुरुस्त किया. उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार की लापरवाही से ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं, तार गिर रहे हैं और गांवों-कस्बों में घंटों बिजली नहीं आ रही. सरकार की कोई सुनवाई नहीं है, जनता त्रस्त है और जगह-जगह उपकेन्द्रों पर प्रदर्शन कर रही है.”
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार के समय में ही पावर प्लांट लगाए गए थे और बिजली उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया था. उन्होंने कहा कि जो भी बिजली आज मिल रही है, वह हमारी सरकार के समय हुए कार्यों का नतीजा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अब बिजली विभाग को बेचने और निजी हाथों में सौंपने की साजिश रच रही है. “इस सरकार का ध्यान बिजली सुधारने पर नहीं, बल्कि विभागों को बेचना और कमीशन खाना ही एकमात्र मकसद बन गया है,” उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सरकार बिजली विभाग के कर्मचारियों को डराने-धमकाने का काम कर रही है.
हर तरफ भ्रष्टाचार और लूट मची हुई है- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार करार दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर तरफ भ्रष्टाचार और लूट मची हुई है. “बीजेपी सरकार में न ईमानदारी बची है, न ही जनहित के काम हो रहे हैं. बिजली और पानी के संकट से लोग परेशान हैं, लेकिन सरकार का ध्यान केवल अपने फायदे पर है,”
बिजली संकट को लेकर जनता में भारी नाराजगी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बिजली संकट को लेकर जनता में भारी नाराजगी देखी जा रही है. कई जिलों से अघोषित बिजली कटौती की खबरें आ रही हैं. गर्मी के इस मौसम में बिजली न मिलने से लोग बेहाल हैं. वहीं, सरकार का दावा है कि बिजली आपूर्ति बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है. ऐसे में अखिलेश यादव के आरोपों ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बिजली संकट पर सियासत गरमा गई है और विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है.