हिमाचल में लाहौल के रतोली गांव के ऊपरी पहाड़ी क्षेत्र में जंगल में आग लग गई। यह घटना उपखंड उदयपुर में हुई। 29 जून को उदयपुर फायर पोस्ट से फायर टीम सुबह 7:06 बजे रवाना हुई। टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में 2 घंटे 10 मिनट का समय लगा। टीम में एक फायरमैन, दो होमगार्ड और दो ड्राइवर शामिल थे। फायर टीम को आग तक पहुंचने के लिए 6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। आग में देवदार, काइल और चील के पेड़ जले हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी उदयपुर वीरभद्र सिंह ने बताया कि वन विभाग , स्थानीय लोगों और अग्निशमन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा आगजनी पर फिलहाल काबू पा लिया गया है और आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। आग ठंडी होने पर होगा नुकसान का आकलन उन्होंने कहा कि अगर आग फिर सुलगती है तो उससे निपटने के लिए टीम तैयार है। आरओ उदयपुर का कहना है कि जैसे भी आग से प्रभावित क्षेत्र थोड़ा शांत होता है तो गहनता से पूरे क्षेत्र का मुआइना कर पेड़ों की प्रजातियों के हिसाब से सही नुकसान का आकलन किया जाएगा। घटना में कोई हताहत नहीं हालांकि फायर स्टेशन उदयपुर से प्राप्त सूचना के अनुसार फायर टीम ने 50 लाख रुपए की वन संपदा को बचा लिया है और टीम दोपहर 3 बजे अपने स्टेशन पर लौट आई। वन विभाग ने पुष्टि की है कि आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
लाहौल के जंगल में लगी आग:देवदार, काइल और चील के पेड़ जले, फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू
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