हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के लाहौल स्पीति में 14 अगस्त से 16 अगस्त 2025 तक आयोजित होने बाले जनजातीय उत्सव जीनियस बार इको फ्रेंडली फेयर के रूप में मनाया जाएगा। कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा और उत्सव के दौरान किसी भी व्यापारिक व अन्य गतिविधियों में प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया जाएगा। डीसी ने अधिकारियों से की बैठक जनजातीय उत्सव 2025 के सफल आयोजन को लेकर उपायुक्त लाहौल स्पीति एवं जनजातीय उत्सव मेला कमेटी की अध्यक्ष किरण भड़ाना ने कहा कि लाहौल स्पीति जिला इको सैंसटिव जोन है और यहां पर हर मेले और त्योहारों के आयोजन पर भी पर्यावरण का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए। जनजातीय उत्सव के आयोजन केके लेकर जिला मुख्यालय केलांग में एक बैठक का आयोजन किया गया। विभिन्न कमेटियों का किया गठन बैठक के दौरान आयोजन के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन किया और समयबद्ध सभी प्रकार की तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मेला स्थल पर पगोड़ा शैली में स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें जिला के प्रगतिशील किसानों के उत्पादों को भी मेला में दर्शाया जाएगा। उन्होंने उत्सव में बच्चों, युवाओं, महिलाओं व बुजुर्गों की सक्रिय सहभागिता के लिए खेल गतिविधियों के आयोजन के विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए। सांस्कृतिक दलों को करेंगे आमंत्रित जनजातीय उत्सव में जिला की स्थानीय समृद्ध लोक संस्कृति के प्रदर्शन सहित लद्दाख और किन्नौर जिला से भी सांस्कृतिक दलों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि लोग और बाहरी राज्यों और विदेशी पर्यटक भी यहां की समृद्ध जनजातीय संस्कृति से रूबरू हो सकें। बैठक में ये अधिकारी रहे शामिल बैठक में एसडीएम केलांग आकांक्षा शर्मा, एसडीएम उदयपुर अलीशा चौहान, वन मंडलाधिकारी अनिकेत मारूति वानवे, उप पुलिस अधीक्षक रश्मि शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रोशन लाल, खंड विकास अधिकारी डॉ. विवेक गुलेरिया, जिला कल्याण अधिकारी खुशविंद्र ठाकुर, तहसीलदार रमेश राणा, अधिशाषी अभियंता विद्युत विजय ठाकुर, जिला आयुष अधिकारी बनीता शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष आमची प्रकाश सहित उत्सव कमेटियों के सरकारी तथा गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।
लाहौल स्पीति में होगा इको फ्रेंडली जनजातीय उत्सव:14 से 16 अगस्त तक चलेगा कार्यक्रम, प्लास्टिक पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध
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