Ludhiana West By Election 2025: कांग्रेस को लुधियाना पश्चिम सीट पर हुए उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) को इस चुनाव में जीत हासिल हुई. 23 जून को उपचुनाव के नतीजे आने के बाद अब इस पुरानी पार्टी को अंदर और बाहर दोनों तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस के अपने विधायक सुखपाल सिंह खैरा के साथ ही पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने ‘आप’ के साथ मिलकर कांग्रेस को हराने की पूरी कोशिश की. पूर्व मंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु AAP के संजीव अरोड़ा से 10,000 से अधिक वोटों से चुनाव हार गए.
सुनील जाखड़ ने कांग्रेस नेता पर लगाए गंभीर आरोप
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बुधवार (25 जून) को एक बयान में आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ‘आप’ के साथ मिलकर आशु को हराने के लिए CM भगवंत मान के साथ सौदा किया. उन्होंने कहा, “कांग्रेस की हार कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा सौदे के माध्यम से मुख्यमंत्री के सामने आत्मसमर्पण करने के कारण हुई.”
कांग्रेस नेता अब बीजेपी पर झूठे आरोप लगा रहे- जाखड़
जाखड़ का यह बयान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘आप’ और बीजेपी ने लुधियाना में कांग्रेस को हराने के लिए एक गुप्त समझौता किया था. वारिंग पर पलटवार करते हुए जाखड़ ने कहा, “अपनी पोल खुलने के डर से कांग्रेस नेता अब बीजेपी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं.”
सुनील जाखड़ ने सीएम भगवंत मान को भी घेरा
बीजेपी नेता ने आगे कहा, ”लुधियाना में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने पहले ही कहा था कि सीएम मान ने विधानसभा में जिस भ्रष्टाचार की बात की थी और जिसके लिए उन्होंने केस दर्ज करने की बात कही थी, उस पर सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. यह स्पष्ट संकेत है कि दोनों पक्षों के बीच गुप्त डील हुई है.” उन्होंने ये भी कहा, “हर कोई जानता है कि मैं किसके बारे में बात कर रहा हूं और मान ने परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप किस पर लगाया था.”
सुखपाल खैरा ने अपनी ही पार्टी के नेता लगाए आरोप
इस बीच, कांग्रेस के भोलाथ विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के भीतर के एक वरिष्ठ नेता ने अपने औद्योगिक घरानों के लिए कुछ लाभ के बदले में आप के साथ मिलीभगत की. खैरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”कांग्रेस को हार के कारणों पर गंभीरता से आत्मनिरीक्षण करना चाहिए, जिसमें उनके कुछ शीर्ष नेताओं की आप सरकार के साथ मिलीभगत भी शामिल है, खासकर उन नेताओं की जिन्हें हार के बावजूद बार-बार उपचुनावों का प्रभारी बनाया जा रहा है.”
उन्होंने सवाल किया, ”क्या ऐसे किसी नेता ने इन चुनावों में समझौता करने के लिए अपने औद्योगिक घराने का पक्ष लिया है या अपने करीबी को ‘आप’ के उम्मीदवार के रूप में खड़ा करने में मदद की है?”
लुधियाना उपचुनाव के नतीजों पर पंजाब BJP चीफ सुनील जाखड़ का बड़ा बयान, ‘कांग्रेस की हार कुछ…’
1