लुधियाना: नीले ड्रम में मिली लाश की गुत्थी सुलझी, 4 आरोपी गिरफ्तार, वारदात की पूरी कहानी

by Carbonmedia
()

Ludhiana News: पंजाब के लुधियाना में नीले ड्रम मे मिली लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मरने वाले की पहचान मनोज उर्फ राजू के रूप में हुई है. हत्या करने वाले 6 लोगों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. इस केस में पुलिस महिला सहित 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 2 लोग अभी भी फरार हैं.
पुलिस के मुताबिक शराब के नशे में हत्यारों ने मनोज की पिटाई की थी, जिस कारण उसे गहरी चोट लग गई और वह बेसुध होकर गिर गया. हालत बिगड़ने के कारण उसकी मौत हो गई. हत्यारों ने उसे एक रात अपने कमरे में रखा और अगले दिन सुबह लाश को रस्सी से बांध कर एक नीले रंग के ड्रम में पैक करके ई-रिक्शा की मदद से खाली प्लाट में फेंक दिया. 
ऐसे हुआ मामले का खुलासाघटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी करनवीर सिंह ने बताया, नीले ड्रम से जब लाश मिली तो पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज किया था. जांच के बाद पुलिस को सेफ सिटी कैमरों से कुछ फूटेज मिली. जिसमें एक ई-रिक्शा में कुछ लोग नीले ड्रम को लेकर जाते हुए नजर आए. मामले की जांच करने पर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया. ई-रिक्शा चालक रोहित ने आरोपियों की पहचान पुलिस को करवाई. आरोपियों की पहचान भारती कालोनी गली नंबर 5 फागू प्रसाद, ऊषा देवी, नीरज कुमार, सीटू कुमार, जैवीर और विशाल के रूप में हुई है. 
ऐसे दिया वारदात को अंजामअधिकारी करनवीर सिंह के मुताबिक मृतक मनोज और नीरज एक-दूसरे को पहले से जानते थे. इस कारण उन्होंने नीरज के कमरे इक्ट्ठे होकर शराब पी. शराब के नशा में आपस में दोनों में झगड़ा हो गया. नीरज और सीटू ने मनोज पर हमला किया और उसके अंदरुनी चोटें मारी. मनोज को बेसुध हालत में छोड़ दिया जिस कारण उसकी मौत हो गई. उस रात नीरज और सीटू ने मनोज के शव को अपने पास रखा. अगले दिन इन्होंने शव को एक नीले ड्रम में डालकर ई-रिक्शा चालक रोहित को यह कहा कि ड्रम में कचरा है इसे खाली प्लाट में फेंकने जाना है. 
शव को बांधने में मां ने की मददइस तरह से हत्यारों ने ई-रिक्शा की मदद से खाली प्लाट में ड्रम रख दिया. इस केस में ई-रिक्शा चालक रोहित गवाह है. वारदात में महिला ऊषा नीरज की मां है और फागू की पत्नी है. सभी आरोपी किराए के कमरों में रहते है. ऊषा ने मनोज के शव को रस्सी से बांधने में मदद की है. इसी तरह फागू, जयवीर और विशाल ने भी शव को ठिकाने लगाने में उनकी मदद की. हत्या का मुख्य कारण क्या है यह अभी सामने नहीं आया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment