लुधियाना में लैंड पूलिंग नीति के विरोध में बुधवार को किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत जगराओं के गांव मलक, पोना, अलीगढ़ और अगवाड़ गुजरा समेत चार गांवों की 526 एकड़ जमीन इस नीति के अधीन आ गई थी। इसकी जानकारी मिलते ही गांव मलक के किसानों ने मोर्चा खोल दिया था। इससे पहले चारों गांवों के किसानों ने एक मंच पर आकर सरकार के खिलाफ धरना लगाया था। उन्होंने गांवों में आम आदमी पार्टी के नेताओं के आने पर भी रोक लगा दी थी। किसानों ने पशु मंडी से ट्रैक्टर मार्च शुरू किया। यह मार्च गांव मलक, पोना, अलीगढ़, अगवाड़ गुजरा समेत अन्य गांवों से होते हुए जगराओं शहर के रायकोट रोड, रानी झांसी चौक, तहसील रोड, लिंक रोड और पुरानी दाना मंडी से होकर तहसील चौक पर खत्म करेगी। किसान अपने खेत का खुद मालिक
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को मूर्ख बना रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार कहती है कि किसान की अपनी मर्जी होगी, दूसरी तरफ जब किसान सरकार की नीति का विरोध कर रहे हैं तो सरकार इस नीति को रद्द नहीं कर रही है। नेताओं ने कहा कि इससे साफ होता है कि सरकार दोहरी राजनीति कर रही है। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों की जमीनों में से ही किसान को 1000 गज रिहायशी घर बनाने और 200 गज कॉमर्शियल उपयोग के लिए दे रही है, जबकि किसान अपने खेत का खुद मालिक है। सरकार किसानों की जमीनें हड़पने का सपना छोड़ दे। इस में सरकार की भलाई है।
लुधियाना में किसानों का ट्रैक्टर मार्च:लैंड पूलिंग नीति का विरोध, बोले- जमीनें हड़पने का सपना छोड़ दे मान सरकार
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