लुधियाना में नीले ड्रम में मिली लाश का मामला सुलझा:महिला सहित 4 हत्यारे काबू, शराब के नशे में पीट-पीटकर की हत्या,2 फरार

by Carbonmedia
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पंजाब के लुधियाना में 36 घंटे पहले शेरपुर इलाके में खाली प्लाट से एक व्यक्ति का शव नीले रंग के ड्रम से मिला है। मरने वाले की पहचान मनोज उर्फ राजू के रूप में हुई है। हत्या करने वाले 6 लोगों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इस केस में पुलिस महिला सहित 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 2 लोग अभी पकड़ने बाकी है। शराब के नशे में हत्यारों ने किया मर्डर शराब के नशे में हत्यारों ने मनोज की पिटाई कर दी जिस कारण चोट उसके गहरी लग गई और वह बेसुध होकर गिर गया। हालत बिगड़ने के कारण उसकी मौत हो गई। हत्यारों ने उसे एक रात अपने कमरे में रखा और अगले दिन सुबह लाश को रस्सी से बांध कर एक नीले रंग के ड्रम में पैक करके ई-रिक्शा की मदद से खाली प्लाट में फेंक दिया। सेफ सिटी कैमरों की मदद से केस सुलझा जानकारी देते हुए ADCP-2 करनवीर सिंह ने कहा कि नीले ड्रम से जब लाश मिली तो पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज किया था। जांच के बाद पुलिस को सेफ सिटी कैमरों से कुछ फूटेज मिली। जिसमें एक ई-रिक्शा में कुछ लोग नीले ड्रम को लेकर जाते हुए नजर आए। मामले की जांच करने पर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया। ई-रिक्शा चालक रोहित ने आरोपियों की पहचान पुलिस को करवाई। आरोपियों की पहचान भारती कालोनी गली नंबर 5 फागू प्रसाद, ऊषा देवी, नीरज कुमार, सीटू कुमार, जैवीर और विशाल के रूप में हुई है। अंदरूनी चोट लगने से हुई हत्या ADCP करनवीर सिंह के मुताबिक मृतक मनोज और नीरज एक-दूसरे को पहले से जानते थे। इस कारण वह नीरज के कमरे इक्ट्ठे शराब पीये। शराब के नशा में आपस में दोनों में झगड़ा हो गया। नीरज और सीटू ने मनोज पर हमला किया और उसके अंदरूनी चोटें मारी। मनोज को बेसुध हालत में छोड़ दिया जिस कारण उसकी मौत हो गई। उस रात नीरज और सीटू ने मनोज के शव को अपने पास रखा। अगले दिन इन्होंने शव को एक नीले ड्रम में डालकर ई-रिक्शा चालक रोहित को यह कहा कि ड्रम में कचरा है इसे खाली प्लाट में फेंकने जाना है। ई-रिक्शा की मदद से नीला ड्रम खाली प्लाट तक आरोपियों ने पहुंचाया इस तरह से हत्यारों ने ई-रिक्शा की मदद से खाली प्लाट में ड्रम रख दिया। इस केस में ई-रिक्शा चालक रोहित गवाह है। इस केस में महिला ऊषा नीरज की मां है और फागू की पत्नी है। सभी आरोपी किराए के कमरों में रहते है। ऊषा ने मनोज के शव को रस्सी से बांधने में मदद की है। इसी तरह फागू, जैवीर और विशाल ने भी शव को ठिकाने लगाने में उनकी मदद की। हत्या का मुख्य कारण क्या है यह अभी सामने नहीं आया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा।

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