लुधियाना में फर्जी जीएसटी चालान जारी करने और धोखाधड़ी से रिफंड लेने वाले एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। सीजीएसटी लुधियाना की कर चोरी निरोधक शाखा ने 8 जुलाई को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था और अब 11 जुलाई को इस मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता चला है कि यह व्यक्ति दो फर्जी फर्मों का संचालन कर रहा था और फर्जी चालान जारी कर गलत रिफंड दिलाने में अहम भूमिका निभा रहा था। इस घोटाले से सरकार को भारी नुकसान हुआ है। इस मामले में अभी लगातार जांच जारी है। कई फर्जी फर्में का नेटवर्क कर रहा संचालन अब तक की जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क कई फर्जी फर्मों का संचालन कर रहा था, जिन्होंने 1786 करोड़ रुपए के फर्जी जीएसटी चालान जारी किए। इसके जरिए लगभग 1.5 करोड़ रुपए का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पास किया गया। बिना किसी वस्तु या सेवा की वास्तविक आपूर्ति के, 180 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई। इन फर्जी आईटीसी का इस्तेमाल उल्टे शुल्क ढांचे पर जीएसटी रिफंड लेने के लिए किया गया। इस नेटवर्क की एक फर्म ने गैर-मौजूद आपूर्तिकर्ताओं से प्राप्त आईटीसी के आधार पर 8.74 करोड़ रुपए का फर्जी जीएसटी रिफंड लिया था। इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। सीजीएसटी लुधियाना आयुक्तालय ने कहा है कि वह कर धोखाधड़ी का पता लगाने और सरकारी राजस्व की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मामले की जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य लोगों और संस्थाओं की पहचान की जा रही है।
लुधियाना में 180 करोड़ के जीएसटी धोखाधड़ी का पर्दाफाश:फर्जी चालान किए जारी,गलत रिफंड लेने पर 2 गिरफ्तार,जांच अभी जारी
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