अगर आप भी लैपटॉप पर लंबे समय तक काम करते हैं और उसे चार्जिंग पर लगाकर यूज करना आपकी आदत बन गई है, तो ये सवाल जरूर आपके मन में आता होगा कि “क्या इससे लैपटॉप खराब हो सकता है?” आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स इस बारे में क्या कहते हैं और इस आदत का लैपटॉप की बैटरी और परफॉर्मेंस पर क्या असर पड़ता है.
क्या चार्जिंग पर काम करना सेफ है?
आमतौर पर लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाकर इस्तेमाल करना खतरनाक नहीं होता है. आजकल के मॉडर्न लैपटॉप स्मार्ट तकनीक से लैस होते हैं, जो ओवरचार्जिंग से खुद को बचा लेते हैं. मतलब, जब बैटरी फुल चार्ज हो जाती है, तो चार्जिंग अपने आप रुक जाती है और डिवाइस डायरेक्ट एसी पावर से चलने लगता है.
बैटरी पर असर जरूर पड़ सकता है
हालांकि, अगर आप लगातार लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाकर इस्तेमाल करते हैं, तो बैटरी की क्षमता धीरे-धीरे घट सकती है. इसका मतलब ये नहीं कि बैटरी एकदम खराब हो जाएगी, लेकिन उसकी परफॉर्मेंस में थोड़ा फर्क आ सकता है. खासकर जब आप लैपटॉप को बहुत ज्यादा हीटिंग वाले कामों जैसे वीडियो एडिटिंग या गेमिंग के लिए यूज कर रहे हों, तब गर्मी बैटरी की उम्र पर असर डाल सकती है.
बैटरी की सेहत के लिए क्या करें?
बैटरी की अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए कुछ आसान टिप्स अपनाए जा सकते हैं:
हमेशा बैटरी को पूरी तरह खत्म होने से पहले चार्ज करें.
बहुत ज्यादा हीटिंग होने पर लैपटॉप को कुछ देर के लिए बंद कर दें.
अगर लैपटॉप लंबे समय तक सिर्फ प्लग इन मोड में यूज हो रहा है, तो बीच-बीच में उसे बैटरी पर चलाकर भी देखें.
एक्सपर्ट्स की राय
टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि लैपटॉप चार्जिंग पर चलाना पूरी तरह से सेफ है, लेकिन अगर आप बैटरी की परफॉर्मेंस को लंबे समय तक बनाए रखना चाहते हैं, तो बैलेंस बनाकर चलें. यानी न तो हमेशा चार्जिंग पर रखें और न ही बार-बार जीरो से सौ प्रतिशत तक चार्ज करें.
नतीजा क्या निकला?
कुल मिलाकर, लैपटॉप को चार्जिंग पर लगाकर काम करना किसी भी तरह से नुकसानदेह नहीं है, लेकिन थोड़ी समझदारी जरूर जरूरी है. अगर आप कुछ आसान बातों का ध्यान रखें, तो आपके डिवाइस की बैटरी भी चलेगी लंबा और परफॉर्मेंस भी बनी रहेगी दमदार.