पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन की तरफ से घरों में अब स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा रहे हैं। वहीं कई लोगों की अकसर शिकायत होती है कि स्मार्ट बिजली मीटर लगने के बाद उपभोक्ता मानते हैं कि उनका बिजली का बिल काफी बढ़ गया है। वहीं अब पावरकॉम ने उपभोक्ता की इस शिकायत का निवारण कर दिया है। अगर कोई उपभोक्ता अपने एक्सईएन और एसडीओ को स्मार्ट मीटर तेज चलने की शिकायत करता है तो वहां स्मार्ट मीटर के साथ-साथ इलेक्ट्रानिक मीटर लगाया जा सकता है। वहीं उपभोक्ता 150 रुपए जमा करवा कर स्मार्ट बिजली मीटर को वेरका लैब में टेस्ट करा सकता है। फिलहाल वेस्ट डिविजन के एक उपभोक्ता की शिकायत पर इलाके के एसडीओ ने स्मार्ट मीटर के साथ-साथ इलेक्ट्रानिक मीटर भी लगाया था। जिसमें दोनों मीटरों की रीडिंग ठीक आई। वहीं शहर के कई उपभोक्ता का कहना है कि उनके घर में पहले इलेक्ट्रानिक मीटर लगा हुई था जो खराब हो गया। उस मीटर का दो महीने का बिल करीब 2500 से 3 हजार के बीच आता था। परंतु स्मार्ट मीटर लगाने पर एक महीने का बिल 5 हजार तक पहुंच गया है। सबअर्बन सर्किल के एसई इंजी बलकार सिंह का कहना है कि फिलहाल ऐसे कोई आदेश नहीं आए हैं। अगर किसी उपभोक्ता का स्मार्ट मीटर तेज चलता है तो संबंधित एसडीओ को शिकायत देकर चैलेंज फीस भरकर वेरका लैब में जांच करवा सकता है। अगर स्मार्ट मीटर लैब में तेज चलता पाया गया तो उपभोक्ता का जो ज्यादा बिल आता है वह रिफंड हो जाएगा।
लैब में स्मार्ट मीटर तेज निकला तो जो ज्यादा बिल होगा रिफंड
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