यमुनानगर में वर्क वीजा लगवाकर विदेश भेजने के नाम पर 30 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी है। बिलासपुर निवासी संजीव कुमार बताया कि उसकी बेटी और दामाद इंगलैंड जाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने अपने दामाद को बिलासपुर के दो भाई वैभव कक्कड़ और लव कक्कड़ से मिलवाया। इन दोनों लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं। वहीं इन दोनों के साथ मनदीप, संग्राम और जसबीर सिंह जुडे़ हुए थे। संपत्ति बेचकर और उधार लेकर दिए 30 लाख रूपए संजीव कुमार के अनुसार, उसकी बेटी दिव्यानी और दामाद राजेश वर्मा को इंग्लैंड भेजने का वादा कर आरोपियों ने 30 लाख रुपए ऐंठ लिए। आरोपियों ने दावा किया था कि उनके पास इंग्लैंड की एम्बेसी में अच्छे संपर्क हैं और वे वर्क वीजा के साथ नौकरी और रहने की व्यवस्था करवाएंगे। इसके लिए संजीव की समधन रानी देवी ने अपनी संपत्ति बेचकर और रिश्तेदारों से उधार लेकर 15 लाख रुपए नकद दिए, जबकि शेष 15 लाख रुपए बैंक ट्रांसफर के जरिए दिए गए। आरोपियों ने कहा कि उनका तीन साल का वर्क वीजा लगवाया है। इंग्लैंड जाकर देखा तो कंपनी गायब हालांकि, जब दिव्यानी और राजेश 31 दिसंबर 2023 को इंग्लैंड पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि आरोपियों द्वारा दी गई कंपनी का पता और वीजा फर्जी थे। आरोपियों ने पहले तीन साल का वीजा भेजा, फिर उसे रद्द कर एक साल का नया वीजा भेजा, जिसमें कंपनी का नाम और पता भी बदल दिया गया। जब संजीव और उनके परिवार ने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने धमकी दी कि वे इंग्लैंड में दिव्यानी और राजेश को जान से मरवा देंगे या फर्जी केस में फंसा देंगे। संजीव ने बताया कि उन्होंने इस मामले में पहले भी दो शिकायतें की थीं, लेकिन आरोपियों के कथित राजनैतिक प्रभाव के कारण जांच प्रभावित हुई और शिकायतें दफ्तर दाखिल कर दी गईं। संजीव ने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि मामले की निष्पक्ष जांच किसी उच्च अधिकारी से कराई जाए और आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी और मानसिक उत्पीड़न के लिए मुकदमा दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाए।
वर्क वीजा एक्सटेंशन के नाम पर 30 लाख की धोखाधड़ी:यमुनानगर से इंग्लैंड पहुंचे तो कंपनी मिली गायब, SP को सौंपी शिकायत
4