वाराणसी-अयोध्या में धार्मिक पर्यटन की गिरावट, होटल-लॉज खाली, बुकिंग दरों में 60% तक गिरावट

by Carbonmedia
()

UP Tourism: वाराणसी अयोध्या प्रयागराज मिर्जापुर धार्मिक पर्यटन का बहुत बड़ा केंद्र माना जाता है. बीते वर्षों में इस क्षेत्र का धार्मिक पर्यटन दृष्टिकोण से काफी प्रभाव देखा गया है. लेकिन बीते कुछ महीनो से इन क्षेत्र से चौंकाने वाले रिपोर्ट सामने आ रहें हैं. पर्यटन क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों का कहना है कि पर्यटकों के न आने की वजह से  तकरीबन 60 फ़ीसदी इस क्षेत्र पर असर पड़ता दिखाई दे रहा है. एक उदाहरण के तौर पर उन्होंने समझाया कि महाकुंभ के समय जिन होटलों-लाज़ के कमरों की बुकिंग 6000 में संभव थी, आज वह 2000 रुपए निर्धारित करने पर भी बुकिंग नहीं हो रही है.
ऑल इंडिया टूरिज्म फेडरेशन के नेशनल कोऑर्डिनेटर डॉ अजय शर्मा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर धार्मिक पर्यटन दृष्टिकोण से बहुत बड़ा केंद्र माने जाते हैं. लेकिन बीते कुछ महीनो से यहां पर पर्यटकों के आवागमन करने की स्थिति पर बड़ा प्रभाव देखने को मिल रहा है. तकरीबन 60% पर्यटन क्षेत्र में कमी देखी जा रही है, हालांकि महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या श्रद्धालु यहां पर पहुंचे थे. ऐसे में इन जगहों पर अनुमान के तहत  श्रद्धालुओं के न जाने की यह भी बड़ी वजह है.
अप्रैल-मई में नहीं अपेक्षित श्रद्धालू
पिछले 10 वर्ष में अगर कोविड काल को छोड़ दिया जाए तो इस वर्ष अप्रैल मई का पर्यटन क्षेत्र सबसे ज्यादा मायूस करने वाला साबित हो रहा है. जहां 2024 में एक ट्रेवल कंपनी द्वारा मई महीने में 13- 14 लाख की कमाई संभव थी, वहीं 2025 के मई महीने में यह 4 लाख तक सीमित है. होटल के कमरों और अन्य सुविधाओं की बुकिंग पर सीधे तौर पर असर पड़ा है, जिसमें हम 60% तक गिरावट देख रहे हैं. इन सबके बीच अधिकांश लोग पहाड़ी क्षेत्र और ठंडी जगहो पर जाने को प्राथमिकता दे रहे हैं. लेकिन छुट्टियों के दिनों में बहुत से लोग धार्मिक स्थलों पर भी आना पसंद करते थे, लेकिन प्रयागराज महाकुंभ की यात्रा पूर्ण करने के बाद इन धर्मस्थलों पर पर्यटकों के आने की संख्या में साफ तौर पर प्रभाव देखा जा रहा है. वाराणसी की बात कर ली जाए तो सारनाथ और अन्य जगहों पर घरेलू पर्यटक तक काफी कम संख्या में पहुंच रहे हैं.
मानसून के बाद स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
डॉ अजय ने कहा कि हम उम्मीद जता रहे हैं कि मानसून के बाद एक बार फिर से उत्तर प्रदेश का पर्यटन क्षेत्र तेज रफ्तार से आगे बढ़ेगा. हालांकि मौजूदा अप्रैल मई की स्थिति चिंताजनक जरूर रही है, लेकिन हम आशा करते हैं कि आने वाले समय में वाराणसी, प्रयागराज, मिर्जापुर, अयोध्या में फिर से भारी संख्या में पर्यटकों का पहुंचना शुरू होगा.

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment