Gulam Nabi Azad on Operation Sindoor Delegation: पाकिस्तान के आतंकवाद को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने के लिए भारत ने एक बड़ा कदम उठाया है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की आवाज बनने के लिए 8 सदस्यीय ऑल पार्टी डेलिगेशन विदेश रवाना हुआ है. इस डेलीगेशन का हिस्सा वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी हैं.
उन्होंने एक्स पर असदुद्दीन ओवैसी के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “आज दिल्ली से एक ऑल पार्टी डेलिगेशन के हिस्से के रूप में रवाना हुआ हूं, जिसका उद्देश्य सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत का प्रतिनिधित्व करना है. बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया का दौरा करेंगे. अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की आवाज बनना मेरे लिए गर्व की बात है.”
Departed from Delhi today as part of the all-party delegation to represent India against cross border terrorism. Will be visiting Bahrain, Kuwait, the Kingdom of Saudi Arabia, and Algeria. Honoured to take India’s voice to the international stage. pic.twitter.com/4AcmA7NkEz
— Ghulam Nabi Azad (@ghulamnazad) May 24, 2025
पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर एक्सपोज करने का समय आ गया- गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद पहले भी पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर कड़ा रुख दिखा चुके हैं. एक बयान में उन्होंने कहा था कि दुनिया को यह जानना चाहिए कि पाकिस्तान किस तरह आतंकियों को पनाह, पैसा और ट्रेनिंग देता है. उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर की आवाम 75 सालों से आतंक का सामना कर रही है. अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर एक्सपोज किया जाए. डेलिगेशन का कर्तव्य है कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करें.”
ये हैं ऑल पार्टी डेलिगेशन के इस टीम के सदस्य
इस ऑल पार्टी डेलिगेशन में कुल आठ सदस्य शामिल हैं. इस टीम का नेतृत्व बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा कर रहे हैं. अन्य सदस्यों में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, सांसद फांगनोन कोन्याक, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और सांसद रेखा शर्मा, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, सांसद सतनाम सिंह संधू और पूर्व विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला का नाम भी शामिल है. यह प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया का दौरा करेगा.
डेलिगेशन का मकसद केवल पाकिस्तान की करतूतें उजागर करना नहीं, बल्कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता को भी विश्व समुदाय के सामने रखना है. भारत की यह पहल दर्शाती है कि अब वह कूटनीति के स्तर पर भी पाकिस्तान की सच्चाई को उजागर करने में पीछे नहीं हटेगा. यह यात्रा आतंक के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है.