भास्कर न्यूज | अमृतसर विशिष्ट धाम वेंकटेश मंदिर में चल रहे श्रीरामचरितमानस के मासपरायणपाठ के 10वें दिन अयोध्या कांड का प्रारम्भ हुआ। इस कांड में महाराज दशरथ ने अपने सफेद बाल देखते श्रीराम को राजा बनाने का निर्णय लिया।गुरुवर विशिष्ट से आज्ञा लेकरऔर मंत्रिमंडलसे विचार करके महाराज ने यह निर्णय श्रीराम तक पहुंचा दिया। तभी मंथरा के बहकावेमें आई महारानीकैकई ने महाराज से अपने दो वरदान मांग लिए। जिसमें भरत को राज्य, श्रीराम को 14 वर्ष का वनवास मांगा। अयोध्या में जहां चारों और खुशियां फैलीथी अब मातम छा गया। कैकई के इस कार्य से श्री मुक्तिनारायण धाम में उपस्थित एक-एक भक्त की आंखों में अश्रु थे। मंदिर के प्रवक्ता कृष्णदेव अग्निहोत्री ने कथा का सार उपस्थित भक्तों को सुनाया। इस मौके पर चरणजीत अग्निहोत्री, चरणजीत भास्कर, धर्मपाल पराशर, रवि शर्मा, रूपेश गोयनका, रामजी दास, राजेश शर्मा, नवदीप, कौशल, संजीव, पं. जयकिशन दास, पं. विजय शास्त्री, पं. विष्णु उपस्थित रहे।
विशिष्ट धाम वेंकटेश मंदिर में श्रीरामचरितमानस का पाठ
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