Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की जान चली गई. धमाका इतना जबरदस्त था कि आग और धुंए का गुब्बार आसमान छूता नजर आया. हादसे के बाद का मंजर इतना भयावह था कि वहां मौजूद लोग कांप उठे.
पार्थिव शरीर बुरी तरह जल चुके थे, पहचान कर पाना भी मुश्किल हो रहा है. इस त्रासदी में अहमदाबाद निवासी अनिल पटेल ने अपने इकलौते बेटे हर्षित और बहू पूजा को खो दिया, लेकिन अब अनिल बस एक ही उम्मीद में हैं कि कभी तो वो पल आएगा जब प्रशासन उन्हें उनके बेटे और बहू का पार्थिव शरीर सौंपेगा.
पिता को सरप्राइज देने आए थे हर्षित और पूजाहर्षित पटेल दो साल बाद लंदन से बिना बताए भारत लौटे थे, परिवार को सरप्राइज़ देने. लेकिन किसे पता था कि वह सरप्राइज उनकी आखिरी मुलाकात में बदल जाएगा. हर्षित और पूजा पिछले दो साल से लंदन में रह रहे थे. कुछ समय पहले पूजा गर्भवती हुईं, लेकिन दुर्भाग्य से मिसकैरेज हो गया. इलाज अधूरा रहा, तो दोनों ने वापस भारत लौटने का फैसला किया. 15 दिन पहले ही वे अहमदाबाद आए थे, ताकि घर-परिवार के साथ समय बिताकर मानसिक रूप से उबर सकें. उनकी वापसी की फ्लाइट 12 तारीख को थी. लेकिन उससे पहले ही नियति ने सब कुछ छीन लिया.
पहले ही दिन दे दिया था डीएनए सैंपल हादसे के दिन ही अनिल पटेल ने डीएनए सैंपल दे दिया था, ताकि बेटा और बहू की पहचान हो सके. जिला कलेक्टर की लिस्ट में उनका नाम है और प्रशासन ने 72 घंटे में प्रक्रिया पूरी होने का आश्वासन दिया है. लेकिन अनिल पटेल के लिए हर घंटा, हर पल एक युग के समान बीत रहा है. वह हर आहट पर दरवाजे की ओर देखते हैं, हर फोन कॉल पर उम्मीद से उठ बैठते हैं कि शायद अब कोई खबर आए.
इस दर्दनाक हादसे ने सिर्फ दो जानें नहीं लीं, बल्कि एक पिता की पूरी दुनिया उजाड़ दी. उनके जीवन में अब बस सन्नाटा और इंतजार बचा है. हर्षित और पूजा की स्मृतियों में डूबे अनिल पटेल अब सिर्फ एक ही आस में हैं. अहमदाबाद की उस राख में कुछ रिश्ते हमेशा के लिए जलकर खाक हो गए.
पिंकी राजपुरोहित की रिपोर्ट.
वो सरप्राइज जो बन गई आखिरी मुलाकात! पिता को अब भी है उम्मीद, रुला देगी अहमदाबाद प्लेन हादसे की ये कहानी
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