भास्कर न्यूज | लुधियाना शनिगांव में शनिवार को शनि अमावस्या का पर्व बड़ी धूमधाम और गहरी आस्था के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कतारों में खड़े भक्तों ने भगवान शनि महाराज को तिल और तेल अर्पित कर सुख-समृद्धि, ग्रहदोषों से मुक्ति और जीवन की बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना की। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों समेत आसपास के गांवों और कस्बों से आए सैकड़ों श्रद्धालु पूरे दिन पूजा-पाठ में शामिल होते रहे। इस अवसर पर शून्य प्रभु जी ने भक्तों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शनि देव न्याय के देवता हैं और हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। प्रभु जी ने बताया कि जो सच्चे मन से शनिदेव की आराधना करता है और दूसरों के साथ अन्याय नहीं करता, वह जीवन में संकट से बचा रहता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे सत्य, परिश्रम और न्याय के मार्ग पर चलें, क्योंकि यही वास्तविक शनि उपासना है। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए। प्रसाद वितरण और पीने के पानी की व्यवस्था पूरे दिन जारी रही। वातावरण में घंटा-घड़ियाल और भक्ति गीतों की गूंज से पूरा परिसर आध्यात्मिक रंग में रंगा रहा। शाम को भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ। स्थानीय कलाकारों ने शनि भक्ति से सराबोर गीत प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। भक्तों का मानना है कि शनि अमावस्या पर पूजा और तेल अर्पण करने से विशेष फल मिलता है और यह दिन पापों से मुक्ति देने वाला माना जाता है। शून्य प्रभु ने कहा कि शनिदेव प्रसन्न होने पर ही जीवन में सुख-शांति और तरक्की मिलती है। यही कारण है कि इस दिन लोग सच्चे मन से आराधना कर आशीर्वाद प्राप्त करने शनिगांव पहुंचते हैं।
शनिगांव में उमड़ा आस्था का सैलाब, न्यायदेव को मनाने जुटे श्रद्धालु
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