Gautambudh Nagar News: ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर-3 में एक आवासीय गोदाम से आबकारी विभाग और थाना बिसरख पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में करोड़ों की अवैध शराब बरामद की गई है. आरोपी पुरानी शराब की बोतलों पर नए वित्तीय वर्ष के फर्जी स्टिकर लगाकर बाजार में बेच रहा था, जिससे भारी मुनाफा कमाया जा रहा था.
जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में की गई छापेमारी में कुल 435 बोतल अंग्रेजी शराब, 1911 पेटी बीयर (लगभग 45,855 बोतल/कैन) और 56 फर्जी स्टिकर बरामद किए गए. पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब की कुल अनुमानित कीमत करीब 90 लाख रुपये बताई जा रही है. पुलिस आरोपियों को पकड़कर जांच पड़ताल में जुट गई है.
पुलिस ने गिरफ्तार किए आरोपीपुलिस ने मौके से सचिन कुमार जायसवाल नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी मार्च महीने में सस्ती दरों पर बेची जा रही शराब की बड़ी खेप जुटा रहा था. 1 अप्रैल से लागू नई आबकारी नीति के चलते पुराने लाइसेंस धारकों को शराब बेचने की अनुमति समाप्त हो गई थी. इसी मौके का फायदा उठाकर आरोपी ने 30–50% छूट पर पुरानी शराब खरीदी और फिर उस पर चालू वित्तीय वर्ष के स्टिकर चिपका दिए. जिसके बाद इस शराब को बाजारों में बेचने के लिए ले जाया जा रहा था.
सचिन पूर्व में नोएडा की कई शराब दुकानों में सेल्समैन के तौर पर काम कर चुका है और उसने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर इस पूरे फर्जीवाड़े को अंजाम दिया.अधिकारियों के अनुसार, इस गिरोह का नेटवर्क और भी विस्तृत हो सकता है, और अब पुलिस इसके अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है. इस मामले को लेकर आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस की जांच तेज हो गई है. यह कार्रवाई आबकारी नियमों के उल्लंघन के विरुद्ध एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे संभव हैं.
शराब के पुराने स्टॉक पर नए स्टिकर लगाकर बेचने वाले आरोपी गिरफ्तार, 90 लाख की शराब जब्त
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