भास्कर न्यूज | जालंधर शनिवार को जालंधर का माहौल देश प्रेम से ओतप्रोत रहा। शहीदों की सोच से प्रेरणा लेने वाले युवाओं ने कहा कि नशों की कुरीति से युवाओं को बचाने के लिए वह अपनी हिस्सेदारी देंगे। शहीद भगत सिंह नौजवान सभा पंजाब और पंजाब स्टूडेंट्स फेडरेशन ने देश भगत यादगार हॉल, जालंधर में एक प्रभावशाली राज्य स्तरीय युवा-छात्र सम्मेलन बुलाकर गदरी शहीद करतार सिंह सराभा की जयंती उत्साह के साथ मनाई। अंत में एक बहुत ही प्रभावशाली मार्च भी आयोजित किया गया। उपस्थित प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव के माध्यम से घातक सामाजिक अभिशाप बन चुकी बेरोजगारी, घातक नशीली दवाओं के व्यापार, गरीब व कमजोर वर्गों को शिक्षा से वंचित करने वाली नई शिक्षा नीति, माफिया लूटपाट तथा आपराधिक घटनाओं के खिलाफ उग्र, एकजुट जन संघर्ष शुरू करने का निर्णय लिया है। एक अलग प्रस्ताव में, सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के लिए ठोस एवं गंभीर प्रयास करने के लिए सम्मेलन बुलाने का निर्णय लिया गया, साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध भड़काने के हताशा जनक प्रयासों की निंदा की गई। शहीद भगत सिंह नौजवान सभा के स्थापना दिवस को समर्पित इस सम्मेलन का आदर्श वाक्य साझा करते हुए मुख्य भाषण संचालक अजय फिल्लौर ने दिया। यह बात प्रांतीय अध्यक्ष मनजिंदर ढेसी और महासचिव धरमिंदर सिंह मुकेरियां ने बताई। समारोह की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष मनजिंदर सिंह ढेसी ने की। पीएसएफ के राज्य संयोजक गगनदीप सरदूलगढ़, सह-संयोजक रविंदर रवि लोहगढ़, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के छात्र नेता कंचन, जतिंदर कुमार फरीदकोट, सुलखन सिंह तुड़, अमृत मल्लू नंगल, लजार लखना, विक्रम मंडला ने मुख्य प्रस्ताव के आलोक में अपने विचार साझा किए। इस मौके पर मक्खन संग्रामी, गुरदीप बेगमपुर, सुखदेव सिंह जवंदा, अजय कुमार लुधियाना, दलविंदर कुलार, बॉबी गोइंदवाल साहिब, सरबजीत हैरी, हरप्रीत अलीका हरियाणा भी मंच पर मौजूद थे। बेरोजगारी दूर करने, बेरोजगारी भत्ता दिलाने तथा नशे के कारोबार पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करने का भी निर्णय लिया गया। दोनों संगठनों की सांझा मांग समान शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार सभी का अधिकार है। गांवों और शहरों में सदस्यता अभियान की योजना बनाई गई है और स्थानीय समितियों का गठन किया गया है। लोकतांत्रिक आंदोलन के शिखर पर पहुंचे प्रसिद्ध नेता तथा देश भगत स्मारक, जालंधर के ट्रस्टी मंगत राम पासला ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान तथा उसके बाद मजदूरों-किसानों के हित में समाजवादी व्यवस्था स्थापित करने के लिए गदरी वीरों द्वारा किए गए अद्वितीय बलिदानों को श्रद्धांजलि दी तथा युवाओं से उनके दिखाए मार्ग पर चलने की अपील की। कामरेड पासला ने इस बात पर जोर दिया कि मानवता के कल्याण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सामाजिक परिवर्तन के लिए समर्पित गदरी बाबाओं की प्रगतिशील सोच, मानवतावादी भावना और धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण को आज के युवाओं के माथे पर सजाना चाहिए।
शहीद करतार सिंह सराभा की जयंती पर युवा- छात्र सम्मेलन में नशे की कुरीति पर चिंता जताई
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