शाहजहांपुर के पुवांया तहसील में वकीलों के सामने उठक बैठक लगाने वाले पदस्थापित SDM रिंकू सिंह राही का कहना है कि मैंने उठक बैठक इसलिए लगे क्योंकि वकीलों का कहना था की तहसील परिसर में गंदगी आपकी जिम्मेदारी है और जब आप लोगों की गलती होने पर उनसे उठक बैठक लगवाते हो तो आपको भी लगानी चाहिए.
आपको बता दें कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह वकीलों के सामने सार्वजनिक रूप से उठक-बैठक करते दिखाई दे रहे हैं. यह दृश्य देखकर लोग चौंक भी रहे हैं और चर्चा भी कर रहे हैं कि क्या यह अफसर की विनम्रता थी या व्यवस्था पर कटाक्ष?
वकीलों के कहने पर लगाई उठक बैठकइस घटना के बाद जब ABP न्यूज़ ने रिंकू सिंह राही से बात की तो उन्होंने पूरी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा, ‘मैंने उठक-बैठक इसलिए लगाई क्योंकि तहसील परिसर में गंदगी व्याप्त थी. वकीलों ने मुझे बताया कि आपने एक बार स्कूल न भेजने पर बच्चों के अभिभावकों से उठक-बैठक लगवाई थी.
इस आधार पर कहा गया कि तहसील गंदी है और इसकी ज़िम्मेदारी आप पर है, इसलिए आपको भी उठक-बैठक लगानी चाहिए. एसडीएम ने कहा मुझे लगा कि अगर मैंने किसी को सार्वजनिक तौर पर उठक-बैठक करवाई है तो मेरे ऊपर भी वही मापदंड लागू होना चाहिए. इसलिए मैंने बिना किसी हिचक के उठक-बैठक लगा दी.’
पूरे घटनाक्रम से शासन में मची हलचलइस पूरे घटनाक्रम को लेकर शासन में हलचल मच गई है. रिंकू सिंह राही को तत्काल प्रभाव से पुवाया SDM पद से हटाते हुए लखनऊ स्थित राजस्व परिषद से अटैच कर दिया गया है.
प्रशासनिक हलकों में सवाल उठ रहे हैं कि क्या एक अधिकारी द्वारा ऐसी सार्वजनिक आत्म-स्वीकृति नैतिक साहस की मिसाल है या पद की गरिमा से समझौता? जहां कुछ लोग इसे अफसर की पारदर्शिता और आत्मनियंत्रण का प्रतीक मान रहे हैं, वहीं कई वरिष्ठ अधिकारी इसे अनुशासनहीनता और संस्था की मर्यादा के विरुद्ध बता रहे हैं.
शाहजहांपुर में IAS अफसर ने इस वजह से लगाई थी उठक-बैठक, अब एसडीएम ने खुद बताई वजह
1
previous post