जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में मारे गए करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में जो बयान दिया है उसमें उन्होने साफ-साफ कहा कि जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव के तहत जो तीन आतंकी मारे गए हैं, वे 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम हमले में शामिल थे। इन आतंकियों को हमारे जांबाज़ सुरक्षा बलों ने मौत की सजा दी है, जो इस देश के हर नागरिक के लिए गर्व की बात है। राजेश नरवाल ने कहा कि यह जानकर दिल को सुकून मिला कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ पूरी ताकत से खड़ी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हर भारतीय के दिल में इस आतंकवाद के खिलाफ आवेश है, वही भावना सरकार में भी है। जब तक आतंकवाद का समूल नाश नहीं होता, तब तक कोई देश या सरकार इससे पीछे नहीं हटेगी। मेरी अपील है कि आतंकवाद को खत्म करना केवल सरकार और सेना की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि पूरे विश्व के नागरिकों का फर्ज है। हर नागरिक को निभानी होगी अपनी ड्यूटी, तभी खत्म होगा यह केंसर
उन्होंने आतंकवाद को ‘रूपी केंसर’ करार देते हुए कहा कि यह मानवता के लिए खतरा है और इसे खत्म करना हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। हम सबकी ड्यूटी बनती है कि हम अपना रोल अदा करें और इस भस्मासुर रूपी राक्षस को खत्म करें। उन्होंने आगे कहा कि जब तक यह आतंकवाद जिंदा है, तब तक शांति एक भ्रम है। संसद में दी गई श्रद्धांजलि राजनीतिक नहीं, यह देशहित का मामला है
राजेश नरवाल ने संसद में पहलगाम हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के निर्णय की सराहना की। उन्होंने कहा कि जो लोग पहलगाम में मारे गए, वे हमारे अपने थे, हमारे भाई-बहन थे। उनको और उनके परिवारों को संवेदना मिलना एक जरूरी कर्तव्य है। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, यह एक राष्ट्रीय और वैश्विक संकट है। आतंकवाद पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। आतंकी पाकिस्तान प्रायोजित, SSG में थे शामिल, प्रोफाइल देख चुका हूं: नरवाल
राजेश नरवाल ने मारे गए आतंकियों की पृष्ठभूमि पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इन आतंकियों की प्रोफाइल उन्होंने खुद देखी है। ये आतंकी पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) से जुड़े हुए थे और वेल ट्रेंड थे। यह पूरी साजिश पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित थी और भारत में अशांति फैलाने की कोशिश थी। देश की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर एकजुटता जरूरी
अंत में उन्होंने कहा कि आज का समय देश की सुरक्षा के लिए एकजुटता दिखाने का है। सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, सामाजिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संदेश जाना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत सरकार, सेना और देश की जनता मिलकर आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने में सफल होगी।
शाह के बयान पर करनाल में नरवाल ने दी प्रतिक्रिया:लेफ्टिनेंट के पिता बोले, आतंकियों को सजा ए मौत देने का काम सुरक्षाबलों ने किया
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