जालंधर| सांसद और एलपीयू के फाउंडर चांसलर डॉ. अशोक कुमार मित्तल 27 से 29 मई तक ग्रीस दौरे पर हैं। वे भारत के बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। यह दौरा भारत के आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रुख और ग्रीस के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है रूस और स्लोवेनिया में सफल कार्यक्रमों के बाद प्रतिनिधिमंडल ग्रीस पहुंचा। वहां ग्रीक सांसदों, विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, थिंक टैंक, भारतीय प्रवासियों, मीडिया प्रतिनिधियों और अन्य प्रमुख लोगों से मुलाकात की गई। डॉ. मित्तल ने कहा कि भारत और ग्रीस के बीच पारंपरिक और सांस्कृतिक संबंध गहरे हैं। यह यात्रा आतंकवाद के वैश्विक खतरे से निपटने और 2,500 वर्षों से अधिक पुराने भारत-ग्रीस संबंधों की पुष्टि करने पर केंद्रित है। इन बैठकों के जरिए भारत की एकता, शांति के प्रति प्रतिबद्धता और आतंकवाद के खिलाफ उसके मजबूत इरादों को सामने रखा गया। भारत और ग्रीस के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों, आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक संबंधों के कारण साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। 2024 में ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस की भारत यात्रा इस दिशा में बड़ा कदम रही। दोनों देशों ने फार्मास्यूटिकल्स, बंदरगाह, कैमिकल, शिपिंग, फूड प्रोसेसिंग, कम्यूनिकेशन और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया। वित्त वर्ष 2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार 1.9 बिलियन डॉलर रहा। दोनों देशों ने आने वाले वर्षों में इस आंकड़े को बढ़ाने की इच्छा जताई है।
शिपिंग, फूड प्रोसेसिंग, कम्युनिकेशन व रक्षा में सहयोग बढ़ाएंगे भारत-ग्रीस
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