झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने 81 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्होंने सोमवार (4 अगस्त) की सुबह 8.56 पर दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली. शिबू सोरेन लंबी बीमारी से जूझ रहे थे. दो दिन पहले ही सेहत ज्यादा खराब होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया था.
शिबू सोरेन अपने पीछे परिवार को अकेला छोड़ गए हैं. शिबू सोरेन के परिवार में उनकी पत्नी रूपी सोरेन और उनके चार बच्चे थे. तीन बेटे और एक बेटी में सबसे बड़े दुर्गा सोरेन थे. फिर बेटी अंजलि सोरेन, तीसरे नंबर पर हेमंत सोरेन (झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री) और सबसे छोटे बसंत सोरेन हैं.
पहली बार 10 दिन के सीएम बने थे शिबू सोरेन11 जनवरी 1944 में रामगढ़ जिले (तब बिहार) में जन्मे शिबू सोरेन संथाल समुदाय से आते हैं. तीन बार के मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन मौजूदा समय में झारखंड से राज्यसभा सांसद थे. पहले बार साल 2005 में वे 10 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे, जब 2 मार्च से 12 मार्च तक उन्होंने कार्यकाल संभाला था. फिर, दूसरी बार साल 2008-09 में और तीसरी बार साल 2009-10 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली.
कई बार के सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे शिबू सोरेनइसके अलावा, शिबू सोरेन ने तीन बार केंद्रीय मंत्री पद की भी जिम्मेदारी संभाली. साल 2004, 2004-05 और फिर 2005-06 में वे तीन बार कोयला मंत्री बने. इससे भी पहले साल 1980-84 और 1989-99 तक वे दुमका से लोकसभा सांसद रहे. फिर साल 2002 से लेकर 2019 तक भी उन्होंने सांसद का जिम्मा संभाला.
झारखंड के गठन में शिबू सोरेन का बड़ा रोलशिबू सोरेन ने 18 साल की उम्र में संथाल नवयुवक संघ की स्थापना की थी. इसके बाद साल 1972 में उन्होंने एके रॉय और बिनोद बिहारी महतो के साथ मिलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया. ‘अलग राज्य आंदोलन’ ने शिबू सोरेन को अपनी पहचान दिलाई. इसी के चलते साल 2000 में बिहार से अलग एक राज्य बना झारखंड.
शिबू सोरेन के बच्चे क्या करते हैं?शिबू सोरेन के तीनों ही बेटे राजनीति में सक्रिय रहे. हालांकि, साल 2009 में सबसे बड़े बेटे दुर्गा सोरेन की विधायक रहते हुए अचानक मृत्यु हो गई थी. वे अपने बिस्तर पर मृत अवस्था में मिले थे. दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन फिलहाल बीजेपी में हैं. उनकी तीन बेटियां हैं. इसके अलावा, शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे बसंत JMM के यूथ विंग के प्रमुख हैं. वहीं, अंजलि सोरेन सामाजिक कार्यकर्ता हैं.
हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी विधायक हैं और गांडेय सीट की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. हेमंत और कल्पना सोरेन के दो बेटे निखिल और अंश हैं. क्लपना सोरेन बीटेक और एमबीए हैं.
शिबू सोरेन: 3 बार CM, तीन बार केंद्रीय मंत्री, 35 साल तक सांसद, झारखंड के गठन रही बड़ी भूमिका
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