Himachal Pradesh Congress Jai Hind Sabha : भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के सम्मान में शिमला में जहां बीजेपी देशभर में तिरंगा यात्रा कर रही है तो वहीं कांग्रेस पार्टी भी जय हिंद सभाओं का आयोजन कर रही है.
इसी कड़ी में शिमला के पीटरहॉफ में कांग्रेस पार्टी ने जय हिंद सभा का आयोजन किया, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और प्रदेश के पूर्व सैनिकों व उनके परिवार को सम्मानित किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, सहित अन्य मंत्री, विधायक व कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे.
आखिर किन शर्तों पर किया गया सीजफायर?- अजय माकन
इस मौके पर अपने संबोधन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने कहा कि देश के 15 स्थानों में जय हिंद सभा का आयोजन किया जा रहा है. शिमला में जय हिंद सभा का होना अपने आप में ऐतिहासिक है. इसी धरती पर शिमला समझौता हुआ था लेकिन शिमला समझौता तोड़ा गया है. 75 साल के बाद किसी दूसरे देश ने मध्यस्थता की और अमेरिका ने सीजफायर की घोषणा की. देश आज जानना चाहता है कि किन शर्तों पर सीजफायर किया गया था.
उन्होंने कहा, ”इसका जवाब केंद्र सरकार नहीं दे रही है. कांग्रेस पार्टी ने कभी भी सेना के नाम पर राजनीति नहीं की और कभी श्रेय नहीं लिया. किसी भी देश ने पहलगाम हादसे पर पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोला जो भारत की विदेश नीति पर सवाल खड़े करती है.”
वहीं इस मौके पर कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा कि बीजेपी सेना के नाम पर राजनीति कर रही है और ऑपरेशन सिंदूर पर श्रेय लेने में लगी है, जबकि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने देश के लिए बलिदान भी है. पाकिस्तान को 1971 में घुटनों पर लाया लेकिन कभी सेना के नाम पर राजनीति नहीं की.
CM सुक्खू ने क्या कहा?
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के वीरों ने 1962, 1971 और 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान अपने पराक्रम का परिचय दिया है. ऑपरेशन सिंदूर में भी हिमाचल के वीरों ने अपना लोहा मनाया है. आज बीजेपी सेना के नाम पर राजनीति कर रही है जो की बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.