शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस के मौके पर शिवसेना यूबीटी के चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को तोड़ा गया. फिर भी उद्धव ठाकरे खत्म क्यों नहीं होता. क्योंकि ये लोग पैसे फेंककर खड़े किए गए नहीं हैं, ये विचारों से प्रेरित होकर खड़े हुए कार्यकर्ता हैं. उन्होंने मैं गद्दारों के सामने खड़ा हूँ और कह रहा हूं आओ मुझे मारे. अगर मुझ पर हमला करने आ रहे हो तो एंबुलेंस लेकर आना क्योंकि तुम सीधे लेटे हुए ही जाओगे.
‘बीजेपी के पास अपने खुद के लोग नहीं हैं’
उद्धव ठाकरे ने कहा, “शिवसेना आज भी युवा है और हमेशा युवा ही रहेगी. उधर तो चोरों का बाजार सजा हुआ था. बीजेपी के पास अपने खुद के लोग नहीं हैं. इसलिए उन्हें ऐसे ही लोग इकट्ठे करने पड़ते हैं.”
‘सरदार पटेल ने संघ पर पाबंदी लगाई थी’
इसके आगे उन्होंने कहा, ““अब वो हमें हिंदुत्व सिखा रहे हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल ने कभी संघ पर पाबंदी लगाई थी. आज उन्हीं पटेल की मूर्ति बनवाने की नौबत आ गई है.”
‘मुझसे किया वादा ये कैसे निभाते’
बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “अब तक इन्होंने जो भी वादे किए थे, वे सब झूठे निकले. चुनाव में इन्होंने जनता से किए वादे निभाए नहीं तो फिर मुझसे किया ढाई साल का मुख्यमंत्री पद का वादा ये कैसे निभाते? यह तो एक पुनवती सरकार है.”
‘देश को आज प्रधानमंत्री की जरूरत है लेकिन…’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर गंभीरता से विचार करें तो देश को एक प्रधानमंत्री की ज़रूरत है लेकिन आज बीजेपी को सिर्फ एक प्रधानमंत्री मिला. देश को एक गृहमंत्री की ज़रूरत है, घरफोड़ने वाला गृहमंत्री नहीं चाहिए.
‘ये घर-घर जाकर सिंदूर बांटने वाले थे’
पूर्व सीएम ने कहा कि देशद्रोहियों से हमारी तुलना की जाती है और हमारे ही सांसदों को विदेशों में भेजा जाता है. इन लोगों को नाम रखने में बड़ा शौक है ‘ऑपरेशन सिंदूर’, घर-घर जाकर सिंदूर बांटने वाले थे. जो कर्नल सोफिया कुरैशी को पाकिस्तान की बहन कहे, ऐसे लोग बीजेपी में हैं.
‘ट्रंप का फोन आया और इनका गला ही बंद हो गया’
शिवसेना यूबीटी चीफ ने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप का फोन आया और इनका गला ही बंद हो गया. चार आतंकवादी अंदर कैसे घुसे, कहां गए, धरती में समा गए, आसमान में उड़ गए या बीजेपी में शामिल हो गए? अब तो बस दाऊद को ही पार्टी में शामिल करना बाकी रह गया है. बीजेपी वालों ने तो जेल के बाहर सदस्यता के लिए स्टॉल लगा दिए हैं.”
‘हिंदी थोपने नहीं देंगे’
बीजेपी पर निशाना जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “अब इन्होंने हिंदू बनाम हिंदू की लड़ाई की परिस्थिति बना दी है. हिंदी थोपी क्यों जा रही है? देवेंद्रजी अगर हिम्मत है तो हिंदी थोपकर दिखाइए. मुझे नहीं पता गुजरात में थोप रहे हैं या नहीं? मुंबई में हिंदू बनाम हिंदू की मारकाट करवाने की तैयारी है. हिंदी थोपने नहीं देंगे, जो करना है कर लीजिए. अगर थोपनी है तो गुजरात में जाकर थोपिए. गुजरात में सब ठीक चल रहा है क्या? भ्रष्टाचार की खबरें सामने न आएं इसलिए हिंदी थोपने वाली खबरों में लोगों को उलझाकर रखा जा रहा है.”
शिवसेना स्थापना दिवस: उद्धव ठाकरे का निशाना, ‘गंभीरता से विचार करें तो देश को एक प्रधानमंत्री की…’
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