श्रावण मास के तीसरे सोमवार को (28 जुलाई ) श्री महाकालेश्वर की तीसरी सवारी पूरे उत्साह से निकली. यह सवारी तीन दिव्य रूपों में निकली. चंद्रमौलेश्वर, मनमहेश और शिव तांडव रूप नगर भ्रमण पर निकले. लाखों भक्तों को एक अनोखा आध्यात्मिक अनुभव मिला. बाबा महाकाल के दर्शन को भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
सवारी महाकालेश्वर मंदिर से शुरू हुई. पहले श्री चंद्रमौलेश्वर का पूजन हुआ. फिर वे अपनी रजत पालकी में विराजमान हुए. हाथी पर मनमहेश और गरुड़ रथ पर शिव तांडव स्वरूप भी थे. वे आस्था का प्रकाश फैलाते आगे बढ़े.
इसके बाद सवारी आजाद चौक होते हुए पान चौराहा पुराना बस स्टैंड कोली पूरा होते हुए खेडीपुरा स्थित राम मंदिर पहुंची, जहां सवारी में हरी का हर से मिलन समारोह आयोजित किया गया. इसके पश्चात शाही सवारी थाना स्थित शिव मंदिर पहुंची जहां आरती, प्रसादी के बाद शाही सवारी को पूर्ण समापन किया गया.
मंत्री और विधायक महाकाल सवारी में हुए शामिल
आयोजित महाकाल सवारी में राजस्व मंत्री करण सिंह शामिल हुए और उन्होंने भजनों पर जमकर डांस किया. मध्य प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पत्नी संग उज्जैन आए. उन्होंने महाकाल का पूजन किया. इस सवारी में उनकी उपस्थिति से गरिमा बढ़ी. राज्य मंत्री लखन पटेल, विधायक अनिल जैन, महापौर मुकेश टटवाल भी साथ थे. यह सभी इस पल के गवाह बने. सवारी अपने तय रास्ते से आगे बढ़ी.
बाबा महाकाल की तीसरी सवारी में करीब 5 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे. सवारी में विभिन्न प्रदेशों के कलाकार लोक नृत्य कर अपनी प्रस्तुति देते हुए नजर आए. इनमें सेला जनजाति नृत्य,गणगौर पारंपरिक नृत्य, अहराई लोक नृत्य शामिल हुए. वहीं कर्नाटक के ढोली कुनीथा नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहा.
इन मार्गों से गुजरी सवारी
यह सवारी महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्शी बाजार और कहारवाड़ी से गुजरी. यह रामघाट पहुंची. रामघाट क्षिप्रा नदी के तट पर है. वहां मंत्रोच्चार के साथ भगवान का जलाभिषेक हुआ. जलाभिषेक के बाद सवारी गोपाल मंदिर गई. वहां विधि-विधान से पूजन हुआ. पूजा के बाद सवारी मंदिर वापस लौटी. मंदिर में आरती के साथ यात्रा संपन्न हुई.
शिव के भजनों पर झूमते दिखे एमपी के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, उज्जैन में शाही सवारी के किए दर्शन
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