शेयर बाजार के लिए 15 जुलाई की तारीख अहम:ट्रेडर्स को हाई-अलर्ट पर रहना चाहिए, 5 फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल

by Carbonmedia
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शेयर बाजार के लिए कल से शुरू होने वाले हफ्ते में 15 जुलाई की तारीख अहम होने वाली है। वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हरशुभ शाह के मुताबिक इस दिन ट्रेडर्स को हाई-अलर्ट पर रहना चाहिए। वहीं उन्होंने अपनी वीकली मार्केट रिपोर्ट में कुछ खास समय और स्तर बताए हैं। इसके अलावा रिटेल और थोक महंगाई दर के आंकड़े, पहली तिमाही के कंपनियों के नतीजे से लेकर विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री और टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे। चलिए समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार में क्या हो सकता है… निफ्टी के अहम स्तर सपोर्ट जोन: 25,085 / 24,978 / 24,850 / 24,676 / 24,538 / 25,450 सपोर्ट यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदारी बढ़ने से कीमत आसानी से नीचे नहीं जाती। इन स्तरों पर खरीदारी का मौका मिल सकता है। रेजिस्टेंस जोन: 25,320 / 25,434 / 25,566 / 25,600 / 25,911 / 26,230 रेजिस्टेंस यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को ऊपर जाने में रुकावट आती है। ऐसा बिकवाली बढ़ने से होता है। अगर निफ्टी रजिस्टेंस जोन को पार करता है, तो नई तेजी आ सकती है। 15 जुलाई की तारीख बाजार के लिए अहम वेल्थव्यू ने 15 जुलाई को हाई अलर्ट डे बताया है। इसमें ±1 ट्रेडिंग दिन का मार्जिन भी शामिल है। यानी 14 या 16 जुलाई को भी बाजार में तेज हलचल हो सकती है। इस दौरान इंट्राडे ट्रेडर्स को बड़े मूवमेंट का फायदा उठाने का मौका मिल सकता है। वेल्थव्यू की सलाह है कि इन दिनों में बाजार की चाल पर बारीकी से नजर रखें और अपने ट्रेडिंग प्लान को इन स्तरों और समयों के आधार पर तैयार करें। पिछली रिपोर्ट में 10 जुलाई को अहम बताया था वेल्थव्यू एनालिटिक्स ने अपनी पिछली रिपोर्ट में 10 जुलाई को संभावित ट्रेड रिवर्सल डे बताया था। उस दिन के हाई और लो लेवल्स पर बारीकी से नजर रखने की सलाह दी गई थी। इस दिन के हाई और लो लेवल्स को तोड़ने के बाद शुक्रवार को बाजार में तेज गिरावट आई। अब 5 फैक्टर्स जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं… 1. तिमाही नतीजे: अगले हफ्ते कंपनियों के तिमाही नतीजों पर सबकी नजर रहेगी। कई बड़ी कंपनियां जैसे HCL टेक, टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, विप्रो, JSW स्टील, LT फाइनेंस और HDFC बैंक अपने नतीजे घोषित करेंगी। 2. घरेलू आंकड़े: 14 जुलाई को आने वाले जून महीने के थोक महंगाई और रिटेल महंगाई के आंकड़ों पर निवेशकों की नजर रहेगी। ये आंकड़े अर्थव्यवस्था की सेहत के बारे में अहम संकेत देंगे। मई में थोक महंगाई 0.39% रही थी। वहीं रिटेल महंगाई 2.82% रही थी। 3. वैश्विक घटनाएं: दुनियाभर में ट्रम्प प्रशासन की संभावित टैरिफ नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जो बाजार के मूड को प्रभावित कर रही है। हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच जल्दी व्यापार समझौते की उम्मीद से कुछ सकारात्मक माहौल भी बन रहा है। 4. विदेशी निवेशक: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की खरीद-बिक्री पर भी सबकी नजर रहेगी। शुक्रवार को FII ने 5,155.68 करोड़ रुपए की बिकवाली की। घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) 3,482.95 करोड़ रुपए की खरीदारी के साथ बाजार को सहारा देते दिखे। 5. टेक्निकल फैक्टर: रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के एसवीपी (रिसर्च) अजीत मिश्रा के अनुसार, वैश्विक अनिश्चितताओं और तिमाही नतीजों के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्मीद है। तीन नए IPO और 6 नई लिस्टिंग होगी प्राइमरी मार्केट में अगले हफ्ते तीन नए पब्लिक इश्यू खुलने वाले हैं। इनमें मेनबोर्ड सेगमेंट में एंथम बायोसाइंसेज का IPO और SME सेगमेंट में दो अन्य इश्यू शामिल हैं। छह नई लिस्टिंग भी होगी। शुक्रवार को सेंसेक्स 690 अंक गिरकर 82,500 पर बंद हुआ था हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार (11 जुलाई) को सेंसेक्स 690 अंक गिरकर 82,500 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 205 अंक की गिरावट रही, ये 25,150 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 शेयरों में गिरावट और 7 में तेजी रही। TCS, महिंद्रा और टाटा मोटर्स सहित कुल 14 शेयरों में 1% से 3.5% तक की गिरावट रही।

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