श्रीखंड यात्रा पर निकले चंडीगढ़ के एक श्रद्धालु की रास्ते मे मौत हो गई। मृतक की पहचान अभय (33) पुत्र कमल किशोर निवासी सैक्टर 15-D चंडीगड़ के तौर पर हुई है। आज निरमंड अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाने के शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मृतक के भाई ने यात्रा के दौरान प्रशासन के इंतजामों पर सवाल उठाए है। आरोप लगाया कि किसी मजदूर ने शव को नीचे लाने के लिए 65 हजार रुपए मांगे। पैसा नहीं दे पाने पर उनका मोबाइल व दूसरा सामान छीना। एसडीएम निरंड मनमोहन ने बताया कि ऐसी शिकायत जरूर मिली है। इसकी जांच करवाई जाएगी। चचेरे भाई के साथ 11 जुलाई को यात्रा पर निकला था अभय सूचना के अनुसार, अभय अपने चचेरे भाई के साथ श्रीखंड यात्रा पर निकला था और दोनों बीते मंगलवार को श्रीखंड से दर्शन कर वापस लौट रहे थे। पार्वती बाग के समीप अभय की तबीयत बिगड़ गई। जहां से रेस्क्यू टीम द्वारा उसे भीम-डवारी तक लाया गया। जाओ पहुंचने से पहले ही दम तोड़ा प्राथमिक उपचार के बाद अभय की तबीयत में हल्का सुधार हुआ, जिसके बाद रेस्क्यू टीम द्वारा अभय को भीम-डवारी से बेसकैम्प सिंहगाड होते हुए जाओ और फिर निरमंड के सिविल अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन अभय ने सिंहगाड और जाओं के बीच ही दम तोड़ दिया। सड़क बंद होने से अभी शव जाओ में ही है। कुछ देर बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए निरमंड लाया जाएगा। 10 जुलाई को शुरू हुई यात्रा बता दें कि आधिकारिक तौर पर श्रीखंड यात्राल 10 जुलाई को शुरू हुई है। इस साल यात्रा के दौरान यह पहली मौत है। यहां हर साल इस कठिन यात्रा में खतरनाक रास्तों, ऑक्सीजन की कमी और अत्यधिक ठंड के कारण कई यात्री अपनी जान गंवाते हैं। अब तक 42 की मौत हो चुकी आंकड़ों के अनुसार अब तक 42 मौतें हो चुकी हैं, जबकि गत वर्ष ही 5 यात्रियों की मौत श्रीखण्ड यात्रा के दौरान हुई थी। अब तक हुई मौतों के आंकड़ों पर नजर डालें तो मरने वालों में 18 से 35 वर्ष के युवा अधिक हैं। हालांकि यात्रा बेहद कठिन है, जिनके कारण कई श्रद्धालुओं की मौतें हुई हैं, बावजूद कठिनाइयों के महादेव के भगतों की आस्था में कोई कमी नहीं पाई जाती है। भगतों का मानना है कि कठिनाइयों को पार कर ही महादेव का सान्निध्य मिलता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
श्रीखंड यात्रा के दौरान चंडीगढ़ के श्रद्धालु की मौत:दर्शन करके लौटने के बाद बिगड़ी तबीयत, सिंहगढ़-जाओं के बीच तोड़ा दम
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