भास्कर न्यूज | जालंधर स्वामी नारायण नारायण नारायण…, हर तरफ फूल ही फूल…, भजनों की लहरों में जैसे हर कोई बह रहा… भक्तों पर लगातार हो रही फूलों की वर्षा से हर तरफ खुशी का माहौल बन गया। मौका था स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय श्री राम कथा के उपलक्ष्य में वीरवार को संध्या कलश यात्रा निकाली गई। प्रबंधकों ने संत महात्माओं की अध्यक्षता में मंदिर परिसर में विधिवत पूजन किया। स्वामी नारायण संकीर्तन की ध्वनि से सारा वातावरण गुंजायमान हो रहा था। सर्वप्रथम मंदिर में भगवान के समक्ष पूज्य जयतीर्थ स्वामी एवं पूज्य आर्य पुरुष स्वामी ने श्री रामायण ग्रन्थ एवं कलशों का पूजन भक्तों की उपस्थिति में संपन्न किया। इस मंगल प्रसंग के लिए शहर के सभी इलाकों से उत्साहपूर्वक आए सभी पुरुष, महिला, युवा एवं बाल भक्तों ने पूजन में भाग लिया। शाम 6 बजे मंदिर के प्रांगण में 101 महिलाओं के समूह सुंदर मांगलिक वस्त्रों में सुशोभित 51 कलश और लाल वस्त्र में सुशोभित रामायण जी ग्रंथ को सिर पर धारण करके रवाना हुआ। यात्रा में 250 से अधिक स्त्री, पुरुष, बालक व बालिका का जनसमूह उत्साह के साथ जुड़ गया। ठाकुर जी को सबसे आगे लेकर संत गण एवं उसके बाद भक्त समूह तथा कलश एवं पवन ग्रंथों को सिर पर धारण करके मंदिर परिसर में ही मंदिर की पांच परिक्रमा कर कलश यात्रा को सम्पन्न किया। श्रद्धालुओं ने इन परिक्रमा में निरंतर कीर्तन एवं भगवान के पावन नाम की धुन का गान किया। इलाके के सभी उपस्थित निवासियों ने श्री रामायण ग्रंथ के दर्शन एवं पूजन किया तथा कलश धारक महिलाओं एवं भक्तों के समूह के साथ शामिल होकर अपनी भक्ति अर्पित की। संस्था के उत्तर भारत के विद्वान संत- दिल्ली अक्षरधाम मंदिर के मुख्य कार्यवाहक संत पूज्य मुनि-वत्सल स्वामी 6 जून शुक्रवार से कथा का प्रारम्भ करेंगे एवं इसकी पूर्णाहुति 8 जून रविवार को होगी। कथा का समय संध्या 7.30 बजे से 9.30 बजे तक रहेगा।
संत महात्माओं की अध्यक्षता में निकाली कलश यात्रा
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