UP News: उत्तर प्रदेश के इटावा में यादव जाति के कथावाचकों के साथ मारपीट के मामले में सियासत तेज होने के बाद अब नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इस मामले में सबसे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने दखल देते हुए उन कथावाचकों को अपने पास बुलाकर सम्मानित किया था और सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधा था.
अब इस मामले में पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने गहरी चिंता जताई है और समाजवादी चीफ पर भी हमला किया है और कहा है कि अखिलेश यादव इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताई साजिश
प्रमोद कृष्णम ने कहा कि यह सनातन को बदनाम करने की कोशिश है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार को बदनाम करने की कोशिश है. हर वह व्यक्ति जो कथा करता है वह ब्राह्मण है, मैं इन कथा वाचक को भी कल्कि धाम में आने का न्योता देता हूं वहां पर आए और सैकड़ो संतों के सामने आकर अपनी कथा वाचन करें.
जिन लोगों ने भी इनके साथ मारपीट की है वह सही नहीं है क्योंकि कथा सुनना किसी एक जाति के लोगों का काम नहीं है, वाल्मीकि से लेकर रविदास तक ऐसे कई बड़े संत हुए हैं जो अलग-अलग जाति से आते थे.
अखिलेश यादव पर बोला हमला
यूपी में साल 2027 में चुनाव होने हैं लियादा इस वजह से ही वहां का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है इस तरह की घटनाओं के जरिए. अखिलेश यादव इस मामले पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं उनको ध्यान रखना चाहिए कि वह भी हिंदू है उनका परिवार भी सनातनी है, मुलायम सिंह यादव अपनी जेब में हनुमान चालीसा रखते थे.
उन्होंने आगे कहा उनके घर में भी हवन पूजन होता रहा है ऐसे में सनातन को लेकर इस तरह की राजनीति करना ठीक नहीं है. फर्जी दस्तावेजों के मामले पर कहा कि अगर कहीं कोई गड़बड़ी पाई गई है तो वहां कानून अपना काम करेगा, और कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी लेकिन इस तरह से मारपीट ठीक नहीं है.
‘सनातन धर्म को बदनाम करने की कोशिश है’, इटावा कथावाचक कांड पर आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान
5