UP Politics: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी के अंदर कलह देखने को मिल रही है. दरअसल मेरठ में सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने पार्टी कार्यालय समीक्षा बैठक बुलाई थी. ऐसे में बैठक में शामिल न होने वाले नेताओं को लेकर जिलाध्यक्ष ने उन पर निशाना साधा है. जिलाध्यक्ष ने यहां कई नेताओं के नाम लिए जो उनके मुताबिक कामकाज का दिखावा कर रहे हैं.
सपा कार्यालय में सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने मीटिंग में शामिल न होने वाले नेताओं को चोर कहकर संबोधन किया. उन्होंने कहा, मैं इसी शहर का बच्चा हूं, इसलिए हकीकत जानता हूं. और हमेशा संघर्ष करता रहूंगा. इस दौरान उन्होंने पार्टी के कई नेताओं का नाम लेते हुआ कहा कि वो खुद को कार्यकर्ता नहीं, बल्कि उम्मीदवार समझते है. वो कहते हैं कि सपा पार्टी का तो यहां कोई संगठन नहीं है.
जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने कार्यकर्ताओं का बढ़ाया हौसला
जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी ने इस दौरान सपा कार्यालय में मौजूद कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा, आप सभी पंचायत चुनाव के लिए जमकर तैयारी करें. इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को समर्थन देने की भी बात कही. सपा के नेताओं को लेकर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, ये लोग अखिलेश यादव जब दिल्ली आते हैं तो मिलने चले जाते हैं, लेकिन जमीन पर संघर्ष हम और कार्यकर्ता कर रहें हैं.
यूपी में पंचायत चुनाव का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है. ऐसे में अब 2025 के अंत में प्रदेश सरकार पंचायत चुनाव कराने की तैयारी में जुटी हुई है. प्रदेश में तमाम राजनीतिक पार्टियों के लिए पंचायत चुनाव अहम माना जा रहा है. क्योंकि इसके आधार पर ही सभी राजनीतिक पार्टियां यूपी विधानसभा चुनाव 2027 के लिए तैयारी करेगी. ऐसे में पंचायत चुनाव से पहले सपा में दिखाई दे रही अंदरुनी कलह पार्टी को कमजोर कर सकती है.
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