समंदर में तेल के कुओं की सुरक्षा का हो गया इंतजाम! इंडियन कोस्टगार्ड को मिला ICG अटल; जानें खासियत

by Carbonmedia
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देश के दूरदराज के आईलैंड और तटीय सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से गोवा शिपयार्ड ने इंडियन कोस्टगार्ड के लिए पांचवें फास्ट पेट्रोल वेसल (FPV) को लॉन्च किया है. गोवा शिपयार्ड और भारतीय तटरक्षक बल ने इस जहाज को ICG अटल नाम दिया है.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार (29 जुलाई) को गोवा शिपयार्ड में अथर्ववेद के मंत्रोच्चारण के बीच तटरक्षक मुख्यालय में तैनात प्रिंसिपल फाइनेंसियल एडवाइजर शिल्पा अग्रवाल ने आईसीजी अटल को समंदर में लॉन्च किया. इस दौरान कोस्टगार्ड के आईजी सुधीर साहनी और गोवा शिपयार्ड के सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे. गोवा शिपयार्ड, भारतीय तटरक्षक बल के लिए कुल आठ FPV तैयार कर रहा है.
कहां होगा ICG अटल का इस्तेमाल?
भारतीय तटरक्षक बल के मुताबिक, ICG अटल की लंबाई 52 मीटर है और चौड़ाई 08 मीटर है, जबकि वजन 320 टन है. ये एडवांस फास्ट पेट्रोल वेसल, समंदर में तेल के कुओं जैसे अहम सामरिक संपदा को सुरक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाएंगे. साथ ही समंदर में मछली-पालन को भी सुरक्षा मुहैया कराएंगे. इस तरह के एफपीवी का इस्तेमाल समंदर में एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन (EEZ) और समुद्री-तटों की पेट्रोलिंग के लिए किया जाएगा. 
एफपीवी वेसल, समंदर में ड्रग्स और हथियार इत्यादि की तस्करी रोकने के लिए एंटी स्मगलिंग और एंटी-पायरेसी (समुद्री-डकैतों के खिलाफ) ऑपरेशन करने में सक्षम हैं. साथ ही समंदर में सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.
ICG अटल FPV ग्रुप का 5वां जहाज
भारत की 11 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबी समुद्री तट है और 1300 से ज्यादा आइलैंड हैं. ये आइलैंड, गुजरात से लेकर लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार तक फैले हुए हैं. इन द्वीप में अधिकतर खाली हैं और सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं. इस लंबे समुद्री तट और आइलैंड की निगरानी की जिम्मेदारी, भारतीय तटरक्षक बल की है. ऐसे में तटरक्षक बल को दिन-रात इन द्वीप की सर्विलांस के लिए बेहद तेजी से मूव करने वाले जहाज की जरूरत होती है. यही वजह है कि गोवा शिपयार्ड, इंडियन कोस्टगार्ड के लिए आठ (08) एडवांस एफपीवी बना रहा रहा है. आईसीजी अटल, इस खेप का पांचवां जहाज है.
रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता की दिशा में चल रहा देश- IG सुधीर साहनी
तटरक्षक बल के मुताबिक, आठ एफपीवी वाले निर्माण-प्रोजेक्ट की राष्ट्र की समृद्धि में हिस्सेदारी होगी और देश में MSME का इको-सिस्टम विकसित करने में मदद मिलेगी. कोस्टगार्ड के आईजी सुधीर साहनी ने कहा, “आज सभी जहाजों का निर्माण देश में ही हो रहा है. ऐसे में रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता सही दिशा में चल रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा की जरूरत स्वदेशी स्टेट ऑफ द आर्ट जहाज के जरिए पूरी हो रही हैं.”
यह भी पढ़ेंः ‘दुनिया के किसी भी नेता ने भारत से ऑपरेशन रोकने को नहीं कहा’, ट्रंप के सीजफायर वाले दावे पर PM मोदी का जवाब

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