पानीपत जिले के समालखा में जीटी रोड स्थित एसएमएच सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की भूमि को लेकर विवाद गहरा गया है। नगर परिषद की टीम शुक्रवार को पुलिस बल और ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ अस्पताल पहुंची। टीम का नेतृत्व नगर परिषद सचिव मनीष शर्मा कर रहे थे। अधिकारियों को नहीं दिखाई स्टे की कॉपी वहीं अस्पताल प्रबंधन ने हाईकोर्ट से स्टे आदेश मिलने का दावा किया। हालांकि, जब अधिकारियों ने स्टे आदेश की प्रति मांगी, तो वे प्रस्तुत नहीं कर पाए। दो घंटे तक चली बहस के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अपने लेटर हेड पर लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद अधिकारियों ने उन्हें दो दिन का समय देकर वापस लौटना पड़ा। कोर्ट ने सूचना बोर्ड लगाने के आदेश दिए थे इससे पहले नगर परिषद ने अस्पताल के स्वीकृत नक्शे को अनियमितताओं का हवाला देते हुए रद्द कर दिया था। परिषद ने एसडीएम कोर्ट में पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट-1977 के तहत मामला दर्ज कराया था। कोर्ट ने अवैध कब्जा हटाने और भूमि पर नगर परिषद का सूचना बोर्ड लगाने के आदेश दिए थे। भाकियू का अस्पताल प्रबंधन को समर्थन मामले में नया मोड़ तब आया, जब भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सूरजभान रावल अस्पताल प्रबंधन के समर्थन में पहुंचे। उन्होंने नगर परिषद सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और विवाद और गहरा हो गया।
समालखा नगर परिषद की भूमि पर अस्पताल का कब्जा बरकरार:एसडीएम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई शून्य, प्रबंधन का स्टे होने का दावा
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