असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह पर तीसरी बार लगे एनएसए के खिलाफ आज पूरे पंजाब में विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान सांसद सरबजीत सिंह खालसा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने मोहाली की डीसी कोमल मित्तल से मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान दलील रखी कि अमृतपाल सिंह पर एनएसए लगाना पूरी तरह से गलत है। इसे रद्द किया जाना चाहिए। इस दौरान बंदी सिखों की रिहाई का मुद्दा भी उठाया गया। एक एमपी से सरकार धक्का कैसे कर सकती है सरबजीत सिंह खालसा ने कहा कि शेष सभी लोग पंजाब लाए गए हैं, लेकिन अमृतपाल सिंह ही डिब्रूगढ़ की जेल में बंद है। उन्होंने कहा कि सरकार को डर है कि अगर अमृतपाल सिंह पंजाब में एंट्री कर गया, तो लोग इसके साथ जुड़ जाएंगे। इसलिए सरकार उसे पंजाब से दूर रखना चाहती है। लेकिन ज्यादातर देर उसे बाहर नहीं रख पाएगी। एक एमपी से सरकार ऐसे कर सकती है, तो आम लोगों का क्या हाल होगा, इस बारे में आप जान सकते हैं। केवल नशा तस्कर बताकर गरीबों के घर गिराएं सरबजीत सिंह ने कहा कि पंजाब में माहौल खराब है। अमृतपाल ने तो लोगों के नशे छुड़वाए हैं। सरकार ने तो नशों के खिलाफ मुहिम में गरीबों के घर गिराए हैं। इन्होंने यहां तक नहीं देखा कि घर किसने बनाए हैं। यह केवल वाहवाही लेने के लिए सब कुछ किया। गलियों में सामान बेचने वाले ही पैडलर नहीं हैं। बड़े लोग पैडलर नहीं है।
सरकार को डर अमृतपाल से जुड़ जाएंगे लोग:मोहाली में सांसद सरबजीत सिंह खालसा बोले, पंजाब का माहौल खराब
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