Jagat Prakash Nadda on Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर दिए बयान पर बीजेपी हमलावर है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी एक्स पर पोस्ट कर निशाना साधा है.
जेपी नड्डा ने बुधवार (4 जून, 2025) को एक्स पर पोस्ट कर कहा कि राहुल गांधी द्वारा भारतीय सेना के अप्रतिम शौर्य एवं पराक्रम को ‘सरेंडर’ कहकर संबोधित करना, न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि भारतीय सेना और राष्ट्र के साथ-साथ 140 करोड़ भारतवासियों का भी घोर अपमान है. अगर कोई पाकिस्तानी भी ऐसा कहता तो हम उस पर हंसते भी, लेकिन जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में तबाही मचाई. उसके बाद पाकिस्तान की जनता से लेकर उसकी सेना और उसके प्रधानमंत्री ने भी ऐसा कहने की हिम्मत नहीं की लेकिन राहुल गांधी ऐसा बोल रहे हैं. यह देशद्रोह से कम नहीं है.
’ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की घोषणा सरकार या बीजेपी ने नहीं की'
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 300 किमी घुस कर उसके 11 एयरबेस को तबाह किया, 9 आतंकी अड्डों को ध्वस्त किया, 150 से ज्यादा आतंकी मारे. पाकिस्तान तो रोते-रोते दुनिया को बता रहा है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 18 जगह हमले करके सब कुछ तबाह कर दिया और राहुल गांधी देश के सरेंडर की बात कर रहे हैं.
जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता की घोषणा सरकार ने या बीजेपी के किसी प्रवक्ता ने नहीं की थी, बल्कि भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने की. ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की बहादुरी, शौर्य एवं पराक्रम का उद्घोष है. वास्तव में जिनकी नीतियां सरेंडर की रही हो, उसे इसके आगे कुछ सूझ भी नहीं सकता क्यों, ऐसा ही है न राहुल गांधी जी?
’सरेंडर कांग्रेस की dictionary में और आपके DNA में है राहुल गांधी'
बीजेपी अध्यक्ष ने कांग्रेस सांसद पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी, सरेंडर आप करते होंगे, आपकी पार्टी ने किया होगा, आपके नेताओं ने सरेंडर किया होगा क्योंकि आपका इतिहास ही ऐसा रहा है लेकिन भारत कभी सरेंडर नहीं करता. सरेंडर आपकी पार्टी कांग्रेस की dictionary में है आपके DNA में है राहुल गांधी. आपको अपनी पार्टी की सरकारों का कार्यकाल याद करना चाहिए किस तरह आपने इतिहास में सरेंडर किया.
कांग्रेस ने कहां-कहां किया सरेंडर?
उन्होंने कहा कि आपने (कांग्रेस ने) आतंकवाद के सामने सरेंडर किया, शर्म-अल-शेख में सरेंडर किया, 1971 की लड़ाई जीतने के बाद शिमला में टेबल पर सरेंडर किया, सिंधु जल समझौते में सरेंडर किया, हाजी पीर का दर्रा सरेंडर किया, छम्ब सेक्टर का 160 किमी का इलाका सरेंडर किया, 1962 की लड़ाई में सरेंडर किया, 1948 में सरेंडर किया और यहां तक कि देश की आजादी के समय मुस्लिम लीग के भी सामने सरेंडर किया.
ये भी पढ़ें:
47 दिन पहले संसद सत्र की घोषणा क्यों? सरकार ने बुलाया मानसून सत्र तो जयराम रमेश ने उठाए सवाल