शहर में साइबर सेफ्टी कियोस्क मशीन को इंस्टॉल किया गया है। इस मशीन के जरिए मोबाइल फोन या पेन ड्राइव जैसे डिवाइस को स्कैन कर उसमें छिपे खतरों की पहचान की जा सकेगी। इस मशीन को पुलिस कमिश्नर दफ्तर के सामने बने सिंगल विंडो हॉल में लगाया गया है। इसका उद्घाटन शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा और पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने मिलकर किया। ये मशीन राष्ट्रीय विधि विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) ने तैयार की है। इसे खास तौर पर साइबर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। यह एंड्रॉयड, आईफोन और विंडोज डिवाइसेज में मौजूद सभी प्रकार की संदिग्ध फाइलों और एप्लीकेशन की गहराई से जांच करती है। ये फायदे मिलेंगे {मोबाइल में पहले से मौजूद फ्रॉड एप्स और वायरस की जानकारी मिलेगी। {जिन एप्स को अनजाने में जरूरत से ज्यादा परमिशन दी गई हैं, उनके बारे में अलर्ट मिलेगा। {भारत सरकार द्वारा बैन किए गए एप्स की भी पहचान करेगी। {डिवाइस की पूरी सुरक्षा रिपोर्ट तैयार कर देगी जिसे यूजर देख सकता है। कैसे काम करती है {यूजर अपने मोबाइल या स्टोरेज डिवाइस को यूएसबी के जरिए करता है। {मशीन डिवाइस को स्कैन करती है। {मशीन जांचती है कि कहीं मोबाइल में ऐसा एप या फाइल तो नहीं जो डिवाइस को हैक कर सकती हो। {खतरे का पता चलते ही अलर्ट देती व वायरस हटाने का विकल्प भी देती है।
साइबर सेफ्टी मशीन लगाई, फोन स्कैन कर खतरे बताएगी
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