MP News: सागर जिले के रहली के खमरिया वार्ड निवासी अभावों में पली-बढ़ी 3 बहनों ने अपने अदम्य साहस, कड़ी मेहनत और अटूट लगन से एक ऐसा मुकाम हासिल किया है जो पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है.
रहली के खमरिया वार्ड की इन तीनों बेटियों ने एक साथ पुलिस बल में अपनी जगह बनाकर न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि उन तमाम रूढ़ियों को भी तोड़ा है जो अक्सर लड़कियों के सपनों को पूरा करने से रोकती हैं.
आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर
रहली के खमरिया वार्ड निवासी तीनों बहनों के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी. पिता टेलर मास्टर है सिलाई का काम करते हैं. माता गृहणी है और घर का खर्च बड़ी मुश्किल से चलता था. ऐसे में, बेटियों की पढ़ाई-लिखाई और उनके भविष्य के लिए पैसे जुटाना परिवार के लिए एक बड़ी चुनौती थी.
लेकिन, इन बेटियों ने हार नहीं मानी. दिन में घर के कामों में हाथ बंटाने के बाद वे रात-रात भर जागकर पढ़ाई करती थीं. कोचिंग या महंगे संसाधनों के अभाव में, उन्होंने खुद ही एक-दूसरे की मदद की और किताबों को अपना सबसे अच्छा साथी बनाया.
पूरे देश के लिए एक प्रेरणा
तीनों बहनों का सपना हमेशा से पुलिस में शामिल होकर देश और समाज की सेवा करना था. इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने शारीरिक और मानसिक दोनों स्तरों पर कड़ी मेहनत की और आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई.
5 साल पहले बड़ी बहन माया का आरक्षक की पोस्ट पर चयन हुआ फिर छोटी बहिन मनीषा का 3 साल पहले चयन हुआ और आज 5 जून को मंझली बहिन ज्योति की रायसेन जिले में ज्वाइनिंग हुई है. तीनो बहिनो की इस कामयाबी को लेकर बीजेपी नेता अभिषेक भार्गव ने कहा कि बहुत खुशी की बात हे हमारे क्षेत्र की तीनों बहने रेहली के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक बन गई है.
सागर की 3 बहनों ने किया कमाल, एक के बाद एक तीनों बहनें पुलिस में हुईं सिलेक्ट
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