ईद के मौके पर रिलीज हुई सलमान खान की फिल्म ‘सिकंदर’ बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी। फिल्म के डायरेक्टर ए आर मुरुगादास ने रिलीज के चार महीने बाद इस पर चुप्पी तोड़ी है। अपनी अगली तमिल फिल्म ‘मदरासी’ के प्रमोशन के दौरान, फिल्ममेकर ने सिकंदर की असफलता के बारे में बात की और इसके पीछे हिंदी समझने में अपनी असमर्थता को जिम्मेदार ठहराया। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, डायरेक्टर ने कहा है कि जब वो हिंदी फिल्म में काम करते हैं तो भाषा की वजह से खुद अपंग महसूस करते हैं। वो कहते हैं- ‘अपनी मातृभाषा तमिल में काम करना, मेरी सबसे बड़ी ताकत है क्योंकि मुझे पता है कि यहां क्या काम करता है। सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग कैप्शन और डायलॉग का इस्तेमाल कर युवा ऑडियंस को लुभाया जा सकता है। लेकिन मैं दुर्भाग्य से, मैं इसे बाकी भाषाओं खासकर हिंदी में नहीं कर सकता। वहां फिल्म की सफलता के लिए मैं सिर्फ स्क्रीनप्ले पर ही निर्भर रह सकता हूं।’ वो आगे कहते हैं- ‘एक बार के लिए, मैं तेलुगु फिल्में ले सकता हूं, लेकिन हिंदी हमारे लिए काम नहीं करेगी क्योंकि जब मैं स्क्रिप्ट लिख लेते हूं, तो वो उसे इंग्लिश में ट्रांसलेट करते हैं। फिर इसको हिंदी में ट्रांसलेट किया जाता है। मैं केवल अनुमान लगा सकता हूं कि सीन में क्या हो रहा है, लेकिन मैं उसमें बारीकी से समझ नहीं पाता। जब आप किसी अनजान भाषा और जगह पर फिल्म बनाते हैं तो ऐसा लगता है कि आप अपंग हैं। ऐसा लगता है जैसे आपके हाथ ही नहीं हैं। मैं इस बात में यकीन रखता हूं कि हमारी ताकत इस बात पर निर्भर करती है कि हम कहां और किस संस्कृति से आते हैं।’ गौरतलब है कि ‘सिकंदर’ ए आर मुरुगादास की पहली हिंदी फिल्म नहीं थी। उन्होंने इससे पहले साल 2014 में अक्षय कुमार की फिल्म ‘हॉलिडे: अ सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी’ बनाई थी। 50 करोड़ रुपए की बजट वाली उस फिल्म ने 180 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था। वहीं, साल 2008 में उन्होंने फिल्म ‘गजनी’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। आमिर खान स्टारर इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में कमाल कर दिया था। 52 करोड़ रुपए की लागत से बनी उस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 200 करोड़ रुपए कमाए थे। बता दें कि ‘गजनी’ उनकी तमिल फिल्म ‘गजनी’ और ‘हॉलीडे’ उनकी तमिल फिल्म ‘थुप्पक्की’ की हिंदी रीमेक थी।
‘सिकंदर’ की असफलता पर डायरेक्टर ने तोड़ी चुप्पी:ए आर मुरुगादास बोले- ‘तमिल में काम करना मेरी ताकत, हिंदी में अपंग महसूस करता हूं’
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