सिरसा ओटू हेड घग्गर से राजस्थान में पहुंचा पानी:अधिकारी बोले- 10 दिन लगातार पानी चला तो पाकिस्तान पहुंचेगा, बारिश के बाद बढ़ेगा जलस्तर

by Carbonmedia
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बारिश के चलते सिरसा की घग्गर नदी जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसका असर राजस्थान में भी देखने को मिल रहा है। सिरसा ओटू हेड से राजस्थान घग्गर में पानी छोड़ दिया गया है। यह पानी राजस्थान के हनुमानगढ जिले में एंट्री कर गया है। कल तक यह पानी हनुमानगढ सीमा से गंगानगर और अनूपगढ सीमा में एंट्री करेगा। इसके बाद पानी सीधे पाकिस्तान जाएगा। राजस्थान के अधिकारियों के अनुसार, अगर 10 दिनों तक घग्गर में लगातार पानी चला तो पाकिस्तान तक पहुंचेगा। अब बारिश के बाद जलस्तर बढ़ेगा। इस सीजन का यह पहला पानी आया है। ऐसे में राजस्थान के किसानों को भी फायदा मिलेगा। उनको खेती में सिंचाई करने में सहूलियत मिलेगी। अभी कुछ इलाकों बारिश भी कम है तो इसका सही इस्तेमाल होगा। 2023 में बढ़ा था घग्गर का जलस्तर साल 2023 में घग्गर में जलस्तर बढ़ गया था। उस दौरान घग्गर का पानी राजस्थान से होते हुए अनूपगढ़ के भेड़ताल एरिया पार करने के बाद पाकिस्तान गया था। पाकिस्तान कई बार पानी की जरूरत न होने पर गेट बंद कर देता है। इसके बाद वह पानी पाइप लाइन के जरिए ही इधर-उधर निकाला जाता है। पाकिस्तान ने पिछले कुछ सालों से राजस्थान सीमा पर खुद का गेट बना दिया है। पानी की ज्यादा जरूरत न हो तो गेट बंद कर दिए जाते हैं। राजस्थान के हनुमानगढ घग्गर से एसडीओ कंवरपाल सिंह ने बताया कि अगर घग्गर में 10 दिन में तीन से चार हजार क्यूसेक पानी लगातार चला तो पाकिस्तान पहुंच जाएगा। अभी तो बारिश कम है, लेकिन हरियाणा-पंजाब क्षेत्र में बारिश अधिक हुई तो जलस्तर बढ़ जाएगा। मारकंडा साइड में बादल फटने से जलस्तर बढ़ा है और वहां से दो नदियां भी निकलती है, वो पानी इसमें आया है। सिरसा में माइनरों की क्षमता 3500 क्यूसेक बता दें कि, सिरसा में घग्गर नदी से करीबन 8 से 10 माइनर व कनाल या कच्ची चैनल विभाजित होती है, जिनकी 3500 क्यूसेक पानी की क्षमता है। यह है घग्गर नदी का प्रवाह घग्गर नदी ऐलनाबाद के बणी से होते हुए तलवाड़ा, टीबी से राजस्थान में प्रवेश करती है। फिर हनुमानगढ़, पीलीबंगा, सूरतगढ़ होते हुए अनूपगढ़ तक जाती है। अनूपगढ़ क्षेत्र के अंतिम छोर पर मसूरवाला, बिंजौर गांव से होते हुए अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर तक जाती है। उसके बाद घग्गर नदी का पाकिस्तान में प्रवाह होता है। राजस्थान के लोग इसी पर निर्भर राजस्थान के हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ सहित इसके आसपास एरिया के लोग घग्गर नदी पर निर्भर हैं। घग्गर नदी से जाने वाले पानी से ही वह खेतीबाड़ी करते हैं। हालांकि, पानी स्टोरेज की कोशिश भी राजस्थान में होती है, मगर पानी की मात्रा ज्यादा होने से रोक नहीं पाते। घग्गर नदी की दूरी 570 किलोमीटर घग्गर नदी हिमालय के शिवालिक पहाड़ियों से निकलती है। पंचकूला से पटियाला, कैथल से टोहाना, रतिया व सरदूलगढ़ ओटू वियर सिरसा तक घग्गर नदी की दूरी 368 किलोमीटर है। ओटू हेड से राज कैनाल या इंदिरा गांधी कैनाल की दूरी 36 किलोमीटर है और राजस्थान अनूपगढ़ बॉर्डर तक 166 किलोमीटर दूरी है। ऐसे में घग्गर की कुल 570 किलोमीटर दूरी है।

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