सिरसा कालांवाली चुनाव में सियासी उलटफेर:हलोपा नेता का कांग्रेस उम्मीदवार को समर्थन, बीजेपी नेता पर लगाए टिकट लेन-देन, रात को नामांकन के आरोप

by Carbonmedia
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सिरसा जिले के कालांवाली नगर पालिका चुनाव 2025 में शनिवार को अचानक बड़ा सियासी उलटफेर हो गया। कालांवाली से हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के नेता प्रदीप जैन ने कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार महेश झोरड़ को अपना समर्थन दे दिया। इस दौरान हलोपा नेता के बोल भी बिगड़े नजर आए और उन्होंने भाजपा पर टिकट बेचने तक के आरोप लगाएं। इसको लेकर हलोपा नेता प्रदीप जैन ने शनिवार को अपने ऑफिस में प्रेसवार्ता बुलाई और मीडिया को दिए बयान में कहा कि वे BJP उम्मीदवार सुनील कुमार गर्ग उर्फ टीसू को एक भी वोट नहीं पड़ने देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। प्रदीप जैन ने कहा कि बीजेपी पर पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने और बाहरी नेताओं को टिकट देने के गंभीर आरोप लगाए। हलोपा नेता प्रदीप जैन ने कहा कि मैं भाजपा से नाराज नहीं हूं। भाजपा के कालांवाली जिला अध्यक्ष से नाराज हूं, जिन्होंने मेरी टिकट कटवाने का काम किया। कालांवाली से बीजेपी और आरएसएस सभी नेताओं ने मुझे समर्थन दिया और मेरे साथ थे। सभी आज भी मेरे साथ है। कालांवाली में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन हुआ, जिसमें पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार आए। मगर वहां पर बीजेपी और हलोपा का कोई पदाधिकारी नहीं पहुंचा। हमें बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई कि कोई भी उनका वहां पर स्वागत करने नहीं पहुंचा। इसका कारण टिशू को टिकट देना था। आज सुबह मेरी मंत्री व मीडियाकर्मियो से भी चर्चा हुई। मैंने यहीं कहा कि टिशू को वोट नहीं देना और न ही पड़ने देना। चरणदास चन्नी है, उसको आप डाल दो। मेरा समर्थन आजाद उम्मीदवार महेश झोरड़ा को है, न कि चरणदास चन्नी को है। मैं महेश कुमार को समर्थन देता हूं और खुलकर चलूंगा। जो भी करना पड़ेगा और महेश का बजट खुद उठाऊंगा। कांग्रेस से छोड़कर आते ही दो दिन में मिली टिकट, यह लेन-देन बिना नहीं मिली इस दौरान टिकट देने के सवाल पर प्रदीप जैन ने कहा कि यह बात भाजपा और आरएसएस सभी को पता है। उन्होंने आवाज उठाने की कोशिश है, सभी को पता चल जाएगा। कालांवाली में बीजेपी काे खत्म करने वाले एक-दो लोग ही है। वो बीजेपी को खत्म करना चाहते हैं। मैं सीएम नायब सिंह और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली से कहना चाहूंगा कि कालांवाली नेताओं से पूछे कि इसमें क्या लेन-देन हुआ है। सभी को पता है लेन-देन हुआ है। एक बंदा कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन करता है और उसे तुरंत टिकट मिल जाती है। प्रदीप बोले- रात को टिकट लगाने का क्या मतलब, एसडीएम भी लिपटेंगे कांग्रेस से आए टिशू को टिकट दिए जाने के सवाल पर प्रदीप ने कहा कि बड़ौली सही कह रहे थे और मुझे टिकट मिल गई थी। बाद में कटवा दी। नामांकन पत्र दाखिल करने के सवाल पर प्रदीप कहा कि मुझे आदेश हुआ था। वरना मैं बीजेपी से नामांकन पत्र दाखिल नहीं करता। मैंने शाम 3 बजे तक एसडीएम से बात की थी और पूछा कि कोई टिकट आई है। उन्होंने कहा कि एक ही टिकट आई है और बीजेपी की कोई टिकट नहीं आई। इन्होंने रात को एक टिकट लगाई है। उस दिन मैंने पूछा कि ये टिकट कैसे लगा दी। आपको चुनाव आयोग काे जवाब देना पड़ेगा। इसमें एसडीएम साहब को भी लपेटूंगा। शाम 3 बजे के बाद टिकट लगाने का क्या मतलब है। वो यहां से फाइलें लेकर गए। क्या मतलब बनता है। मेरे आकाओं ने जाे बोला है। मैं टिशू प्रधान को जीतने नहीं देता। चाहे कोई आ जाएं। भाजपा से टिकट न मिलने पर नाराज होकर साथ छोड़ा हलोप नेता प्रदीप जैन भाजपा से चेयरमैन पद की टिकट लेना चाहते थे। उन्होंने बीजेपी से नामांकन पत्र भी दाखिल किया था, रातोंरात समीकरण बदल गए। उनकी टिकट कट गई। इस बात से नाराज हो गए। ऐसे में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार महेश को समर्थन कर दिया। उनको अपने ऑफिस में बुलाया और समर्थन कर दिया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को गहरा झटका लगा। प्रदीप खुद तीन बार आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान रहे और माता पहले रह चुकी नगर पालिका प्रधान प्रदीप जैन कच्चा आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के जिला प्रधान रहे हैं। कालांवाली में आढ़त की दुकान नंबर 36 है और यहां पर आढ़तियों के साथ अच्छे संबंध है। कालांवाली मंडी में पुराना थाना रोड पर रिहायश है। इससे पहले 1992 में इनकी माता रेखा जैन भी नगर पालिका की प्रधान रही है। प्रदीप जैन ने आढ़ती एसोसिएशन का तीन बार चुनाव लड़ा, जिसमें दो बार जीते और एक बार हार गए। इसके बाद आढ़तियों की यूनियन टूटकर नई बनी और फिर से प्रधान बना दिए गए। 10 साल से हलोपा में, चाचा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के थे नजदीकी इनका परिवार शुरू से कांग्रेस से जुड़ा था। 1996 में यह कांग्रेस छोड़कर इनेलो में आ गए। 2011 में परिवार अलग-अलग हो गए तो हलोपा में आ गए। अब पिछले 14 सालों से यह हलोपा में गोपाल कांडा से जुड़े हैं। हालांकि, खुद प्रदीप ने कोई सियासी चुनाव लड़ा है। इनके चाचा इंद्र जैन की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से नजदीकियां थी और वह कांग्रेस से यूथ कांग्रेस से सिरसा के जिला प्रधान भी रहे। इनके घर पर उनका आना-जाना था। उनके पिता रूलदूराम जैन उर्फ रबजी के नाम से जाना जाता है और उनको जैन संतों की ओर से भारत रत्न की उपाधि मिली हुई थी। BJP को भुगतना पड़ेगा खामियाजा : प्रदीप जैन प्रदीप जैन ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि वे खुद बीजेपी ज्वाइन करना चाहते थे और पार्टी फंड देने को भी तैयार थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर कांग्रेस से लाए गए टीसू प्रधान को उम्मीदवार बना दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है। इसका नतीजा उन्हें इस चुनाव में भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस खेमे में जोश, BJP की बढ़ीं मुश्किलें हलोपा का समर्थन मिलने से कांग्रेस समर्थित महेश झोरड़ का मनोबल बढ़ा है। वहीं BJP के लिए यह एक झटका माना जा रहा है, खासकर तब जब उनका उम्मीदवार पहले कांग्रेस में रह चुका है और अब बीजेपी के टिकट पर मैदान में है। अब सभी की निगाहें कालांवाली में 29 जून की वोटिंग और 30 जून को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कालांवाली की जनता किस पार्टी पर भरोसा जताती है। बीजेपी को करारा झटका लगा कांग्रेस समर्थित महेश झोरड़ ने कहा कि प्रदीप जैन का समर्थन मिला है और कालांवाली के जुझारू नेता रहे हैं और मंडी से जुड़े हैं। वे हमेशा आगे खड़े मिले हैं। मुझे मजबूत करने का काम किया है। मंडी व आमजन के लिए काम करेंगे। 11 साल में बीजेपी ने पानी की समस्या का समाधान नहीं किया। सबसे लास्ट में ही भाजपा उम्मीदवार का आया था नामांकन पत्र पूर्व रिटर्निंग ऑफिसर राजेंद्र जांगड़ा से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके कहने से क्या होता है। 3 बजे के बाद कोई नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर सकता। तीन बजे से पहले ही करीब 2.45 बजे के आसपास भाजपा उम्मीदवार टिसू का नामांकन पत्र आया था। इनका ही सबसे लास्ट में आया था। यह मंडी के भाईचारे का फैसला, गोपाल कांडा मेरे साथ हलोपा नेता प्रदीप जैन बोले कि 3 बजे मेरा ही नामांकन पत्र ही था। एक आप वाले का था। मैंने यह पूछा था कि बीजेपी का लेटर आया है तो एसडीएम बोले कि नहीं आया। अब सवाल है कि मेरे पास नहीं आया तो टिसू के पास कैसे चला गया। मैंने उनसे पूछा, पर जवाब नहीं दिया। यह मंडी के भाईचारे का फैसला है और गोपाल कांडा मेरे साथ है। डबवाली से भाजपा प्रधान रेणू शर्मा ने ही यह साजिश रचीं। उन्होंने ही मेरा विरोध किया और टिकट कटवाने का काम किया। सभी मेरे साथ थे। मैंने यह भी कहा कि चाहे बीजेपी ज्वाइन करवा दो। हलोपा भी आपकी समर्थित है। गोपाल कांडा ने भी कहा था, पर नहीं मानीं। यह कालांवाली में बीजेपी को खत्म करने का काम किया। हलोपा साथ है, पार्टी ने टिकट दी : बीजेपी प्रधान भाजपा से सिरसा जिला प्रधान एडवोकेट यतिन्द्र सिंह बैनिवाल का कहना है कि ऐसा नहीं है। हलोपा साथ है। एनडीए के समर्थन में चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव जीतेंगे। पार्टी ने टिकट दी है और सभी कार्यकर्ता साथ है।

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